छतरपुर.भास्कर हिंदी न्यूज़/ गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने सीएमएचओ कार्यालय पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं के बारे में एक ज्ञापन सीएमएचओ को दिया है। इसी दौरान अभाविप के संगठन मंत्री देवी सिंह ने सीएमएचओ का सुधर जाने की नसीहत देकर अंजाम बुरा हाेने की धमकी दे डाली, इसे लेकर डॉक्टरोें में रोष है।
जिला अस्पताल सहित पूरे स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त अनियमितताओं व मनमानी से आमजन की परेशानी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री देवी सिंह के साथ कई कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सीएमएचओ कार्यालय पहुंचकर डॉ. विजय पथौरिया को ज्ञापन देते हुए सख्त लहजे में शीघ्र व्यवस्थाओं में सुधार न होने पर आंदोलन व अंजाम भुगतने की चेतावनी दे डाली। संगठन मंत्री ने सीएमएचओ डॉ. पथोरिया को चेतावनी देते हुए कहा कि जिला अस्पताल में ड्यूटी के दौरान डाक्टर नहीं रहते, वे ओपीडी की बजाय निजी क्लीनिक में इलाज करते है। अनुकंपा नियुक्ति, छुटटी देने में लेनदेन करने जैसे कई आरोप लगाते हुए कहा कि अब ये नहीं चलेगा। इसके बाद देवी सिंह ने कड़े लहजे मेें कहा यदि जिम्मेदारी नहीं संभलती है तो नौकरी छोड़कर घर बैठ जाओ, ये अंतिम चेतावनी है नहीं तो देख लेंगे। जिस समय संगठन मंत्री चेतावनी दे रहे थे उस समय डाॅ. पथौरिया चुपचाप खड़े होकर बात सुनते रहे बाद में ज्ञापन लेकर उसकी पावती पदाधिकारियों का थमा दी।
डॉक्टरोें ने जताया सख्त विरोध
अभाविप के संगठन मंत्री देवी सिंह द्वारा सीएमएचओ को धमकी भरे लहजे में चेतावनी देने का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया। इसके माध्म से जैसे ही यह बात अन्य डॉक्टराें को मिली तो उन्होेंने अभाविप की सीएमएचओ से अभद्र भाषा में की गई बातचीत की आलोचना करते हुए कहा कि आखिर विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों को अधिकारियों को अपशब्द कहने का अधिकार किसने दे दिया है। डॉक्टरों की बेइज्जती करने का हक किसी को नहीं है। डॉक्टरों ने मेडीकल एसोसिएशन के बैनर तले कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर आरोपी पर कार्यवाही की मांग करने का फैसला किया है। इस बात के भी संकेत दिए हैं कि यदि आरोपी पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज नही हुआ तो सभी डॉक्टर सामूहिक रूप से इस्तीफा भी दे सकते हैं।