Madhya pradesh damoh mp crime news triple murders in damoh two shot one throat slashed news in hindi: digi desk/BHN/दमोह/ दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के बांसा तारखेडा गांव में सोमवार सुबह तीन लोगों की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से पूरा दमोह जिला एक बार फिर दहल गया है। सुबह-सुबह हुई इन हत्याओं के बाद बड़ी संख्या में जिले का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वहीं दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं और मामले की जांच की जा रही है।
दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के बांसा तारखेडा गांव में जमीन विवाद में सोमवार सुबह तीन लोगों की हत्या कर दी गई। दो को गोली मारकर तो एक का गला रेतकर मौत के घाट उतारा गया है। इस हत्याकांड से पूरा दमोह जिला एक बार फिर दहल गया है। सुबह-सुबह हुई इन हत्याओं के बाद बड़ी संख्या में जिले का पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
जानकारी के अनुसार दमोह-सागर स्टेट हाईवे पर बसे देहात थाना क्षेत्र के बांसा गांव में रहने वाले विक्की विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा पर सोमवार सुबह गोलियां चलाई गईं। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गोलीबारी होने से वहां मौजूद लोग अपनी जान बचाकर भागे। बाद में पुलिस को खबर की गई। घटनास्थल पर करीब 10 से 15 गोलियों के खाली खोल मिले हैं। वहीं तीसरी हत्या होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा की की गई है। सैनिक का गला काटकर घर में यह हत्या की गई है। अभी पुलिस स्पष्ट रूप से कुछ भी खुलासा नहीं कर पा रही है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जमीन विवाद का मामला
एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि मृतक होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा का परिवार के लोगों से जमीनी विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले भी दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था। सोमवार सुबह आरोपी पक्ष के लोगों ने राजीनामा करने रमेश विश्वकर्मा (50) को एक घर पर बुलाया था। जहां धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपियों ने उसके बेटे उमेश (23) और भतीजे विक्की विश्वकर्मा (24) पर गोलियां चलाकर हत्या कर दी। परिवार के लोगों ने कुछ लोगों के नाम बताए हैं उनकी तलाश की जा रही है जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पांच टीमें बनाई हैं, जो आरोपियों की तलाश करेंगे।
बंद हो गया बाजार
बांसा तारखेड़ा गांव दमोह-सागर स्टेट हाईवे पर बसा है। तीन हत्याओं के बाद गांव में सनसनी फैल गई है और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बांसा का बाजार बंद हो गया और पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी तैनात हो गए। अघोषित कर्फ्यू से हालात देखे गए। हालांकि शाम तक हालात सामान्य हो गए और बाजार खुल गए थे।
चचेरे भाई से फोन पर कहा था- आज हत्या करूंगा
रमेश के चाचा राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे मेरे बेटे सौरभ के मोबाइल पर आरोपी का फोन आया था। उसने सौरभ से कहा था कि आज रमेश और उनके परिवार के लोगों की हत्या करेगा। राजेंद्र ने बताया कि उमेश और विक्की कोचिंग पढ़ने दमोह गए हुए थे। राजेंद्र ने सौरभ से कहा कि 100 नंबर पर पर पुलिस को सूचना दे दो, ताकि उमेश और विक्की को पुलिस वहीं रोक ले।
ये हैं आरोपियों के नाम
चाचा राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि गोलू विश्वकर्मा, राजा विश्वकर्मा, सजल विश्वकर्मा ने गोलियां चलाई थीं। हत्या करने के बाद ये लोग फरार हो गए। इन्हीं लोगों ने पहले रमेश विश्वकर्मा को मौत के घाट उतार दिया था।
24 मई को हत्या की आशंका जता चुका था रमेश
बताया जाता है कि होमगार्ड जवान रमेश विश्वकर्मा ने 24 मई को एसपी और कलेक्टर को लिखित आवेदन दिया था। इसमें तीनों आरोपियों के नाम सहित शिकायत की थी और बताया था कि ये लोग जमीन विवाद हत्या कर सकते हैं। दमोह का बिल्डर रॉकी सुरेखा का नाम भी इस आवेदन में था। राजा रॉकी के यहां ड्राइवरी का काम करता है।