National west bengal panchayat election 2023 live voting on 73887 seats in wb violence vandalism: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शुरू होते ही हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें आने लगी। इन पंचायत चुनावों में अब तक 14 लोग मारे जा चुके हैं। कुल 63,229 ग्राम पंचायतों, 9,730 पंचायत समितियों और 928 जिला परिषदों के लिए मतदान हो रहा है। मतदान प्रक्रिया एक ही चरण में होगी। वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी। राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने मतदान के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों को तैनात की है। साल 2024 के आम चुनावों से पहले बंगाल में यह चुनाव अहम माने जा रहे हैं। यहां मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ टीएमसी और भाजपा के बीच है।
मतदान करने के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, यह चुनाव नहीं है, यह मौत है। पूरे राज्य में हिंसा की आग लगी हुई है। केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं की गई है। सीसीटीवी काम नहीं कर रहे हैं। यह मतदान नहीं बल्कि लूट है। यह टीएमसी के गुंडों और पुलिस की मिलीभगत है और इसीलिए इतनी हत्याएं हो रही हैं।
कूचबिहार के फलीमारी ग्राम पंचायत में मतदान केंद्र पर गुंडों के हमले में भाजपा उम्मीदवार के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की मौत हो गई। घायल होने के बाद उम्मीदवार को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बूथ पर मतदान रोक दिया गया है।
उम्मीदवार माया बर्मन ने बताया, टीएमसी के गुंडों ने मेरे एजेंट पर बम फेंका और उसे मार डाला। उन्होंने मुझ पर भी हमला किया।
बैग में बम लेकर जा रहा था उम्मीदवार
दक्षिण 24 परगना के भांगड़ इलाके में आरोप लगा है कि आईएसएफ के उम्मीदवार अपने बैग में बम लेकर जा रहा था और इसे ही लेकर आईएसएफ और तृणमूल समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
बीती रात से लेकर अब तक सात लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं एक दर्जन से अधिक लोग बम-गोली से जख्मी हुए हैं। कहीं एक घंटे में ही मतदान संपन्न हो गया है तो कहीं बैलेट पेपर और बाक्स नाले में मिला है।
केंद्रीय बलों की तैनाती पर भड़कीं ममता की मंत्री
पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के शुरू होने से एक रात पहले चौंकाने वाली और दुखद घटनाएं सामने आई हैं। भाजपा, सीपीआई (एम) और कांग्रेस ने एक साथ मिलकर केंद्रीय बलों की मांग की थी। तैनाती कहां है? केंद्रीय बल नागरिकों की सुरक्षा करने में क्यों विफल रहे हैं? टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है, दो को गोली मार दी गई है। जो लोग तैनाती की मांग कर रहे थे, कह रहे थे कि ये केंद्रीय बल शांति के संरक्षक हैं, वे नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहे।’