मऊगंज में फिर शर्मसार हुई इंसानियत, रीवा प्रशासन की बड़ी लापरवाही
रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज/ एक बार फिर रीवा प्रशासन सुर्खियों में है। बीते दो दिन पहले रीवा जिला अंतर्गत मऊगंज में कंटेनमेंट जोन में घंटो फंसे रहे एक बेबस पिता द्वारा अपनी घायल पुत्री को ठेले में लाद कर जिला अस्पताल पहुंचाने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि मंगलवार को एक बार फिर मऊगंज से ही इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। सर्प काटने से 60 वर्षीय वृद्धा की मौत के बाद जब स्वास्थ्य विभाग ने मृतिका के परिजनों को शव वाहन देने से इंकार कर दिया तो बेबस परिजन विधवा मृतिका के शव को मोटर साइकल में लाद कर अपने गांव तक ले गये। इस हौलनाक मंजर को जिसने भी देखा उसका दिल दहल गया परंतु स्वास्थ्य विभाग की इस बड़ी लापरवाही पर जिला प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी।
घटना के संबंध में हासिल जानकारी के मुताबिक रीवा जिलान्तर्गत मऊगंज नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 11 के अंतर्गत आने वाले ग्राम सुरवारी गांव में रहने वाली 60 वर्षीय वृद्धा श्यामवती जायसवाल पति स्व.रामहित जायसवाल को सांप ने काट लिया। जैसे ही वृद्धा के परिजनो को इस घटना की जानकारी लगी वे वृद्धा को लेकर मऊगंज अस्पताल पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने वृद्धा को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल के चिकित्सकों ने मृतिका का पीएम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया। इसके पश्चात परिजनों ने शव गांव तक ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन की मांग की। प्रबंधन ने शव वाहन के कबाड़ होने का हवाला देते हुए मृतिका के परिजनों को किसी भी तरह की मदद करने से स्पष्ट इंकार कर दिया।
मदद मिलने की उम्मीद में छह घंटे तक बैठे रहे
मृतिका के परिजन अस्पताल प्रबंधन से मदद मिलने की उम्मीद लेकर तकरीबन छह घंटे शव लेकर परिसर में ही बैठे रहे। देर शाम तक जब अस्पताल प्रबंधन कुछ नहीं कर पाया तो परिजनों ने मोटरसाइकल पर मृितका की लाश रखी और गांव के लिए रवाना हो गये। रास्ते में जिसने भी यह शर्मनाक मंजर देखा उनका कलेजा कांप उठा।
मगर इन्हें नहीं आती शर्म…!
मजबूर परिजनों द्वारा मोटरसाइकल पर मृतिका का शव ले जाते देख कर भी अस्पताल प्रबंधन का कलेजा नहीं पसीजा। इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस मंजर के संबंध में जब प्रबंधन से जानकारी चाही गई तो उनका स्पष्ट कहना था कि अस्पताल में कोई शव वाहन ही नहीं है। एक वाहन था तो वह बीते कई वर्षो से कबाड़ में पड़ा है।
दो दिन पहले भी शर्मसार हुआ मऊगंज
उल्लेखनीय है कि मोटरबाइक पर मृतक के शव को ले जाने का यह पहला मामला नहीं है। आये दिन इस तरह के वाकये रीवा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से सामने आते रहे हैं। दो दिन पहले ही कंटेनमेंट जोन में फंसे एक पिता को अपनी घायल पुत्री का इलाज कराने के लिए उसे ठेले में लादकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा था। कंटेनमेंट जोन में फंसे होने के कारण प्रशासन उसे बाहर ही नहीं निकलने दे रहा था, घंटो मिन्नतें करने के बाद पिता ने बेटी को ठेले पर लाद कर अस्पताल पहुंचाया। इस मामले की जांच के आदेश फिलवक्त रीवा कलेक्टर इलैयाराजा द्वारा कराने के आदेश दिये गये हैं।