सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सतना डॉ. एलके तिवारी ने सतना शहर में बिना पंजीयन संचालित 3 अवैध पैथालाजियों को बंद करने के आदेश दिये हैं। जांच के दौरान पाया गया कि विंध्य पैथालाजी लैब बस स्टैण्ड सतना, कृष्णा पैथालॉजी भरहुत नगर एवं सत्यम पैथालाजी सिंधी कैम्प सतना का संचालन रूजोपचार संबंधी स्थापनायें (रजिस्ट्रीकरण तथा अनुज्ञापन) अधिनियम 1973 के तहत पंजीयन प्राप्त किये बिना ही किया जा रहा है जबकि अधिनियम की धारा 4 और 5 के अंतर्गत नर्सिंग होम, क्लीनिक, पैथालाजी लैब का पंजीयन अनिवार्य किया गया है। अधिनियम 3 के तहत कोई भी मान्य चिकित्सा पद्धति से चिकित्सा अर्हताधारी व्यक्ति ही पंजीकृत होकर पैथालॉजी खोल सकता है।
सभी तीनों अवैध रूप से संचालित पैथालाजी तत्काल बंद कर सीएमएचओ को अवगत कराने और पैथालाजी का भविष्य में संचालन रूजोपचार संबंधी स्थापनायें (रजिस्ट्रीकरण तथा अनुज्ञापन) अधिनियम 1973 के तहत पंजीयन कराकर ही किये जाने की चेतावनी दी गई है।
निःशुल्क शिविर में कटे-फटे होठ एवं तालू से पीड़ित 14 बच्चो की हुई जांच
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एलके तिवारी ने बताया कि बुधवार को जीएनएम नर्सिंग कालेज धवारी सतना में जन्मजात विकृत शून्य से 18 वर्ष तक के कटे-फटे होठ एवं तालू से पीड़ित बच्चों के लिये निःशुल्क जांच शिविर का आयोजन दुबे सर्जिकल हास्पिटल जबलपुर के सहयोग से किया गया। शिविर में विकासखण्डवार पदस्थ आरबीएसके टीम द्वारा जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों की स्क्रीनिंग कर चिन्हित पाये गये बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर पंजीयन के उपरांत निःशुल्क शिविर में बच्चों का परीक्षण किया गया। शिविर में ऐसी जन्मजात विकृति जो मां के गर्भ से ही बच्चों में पाई जाती है और 1000 जीवित जन्म में 0.93 बच्चे कटे-होठ एवं फटे तालू से पीडित पाये जाते हैं। शिविर में विकासखण्डवार कटे-होठ एवं फटे तालू से पीडित 14 बच्चों का परीक्षण कर सर्जरी के लिये 11 चिहिन्त किये गये। इलाज के लिए 6 बच्चों को ऑपरेशन हेतु आरबीएसके टीम द्वारा दुबे सर्जिकल एण्ड डेन्टल हास्पिटल जबलपुर ले जाया गया है। तथा 5 बच्चों को सर्जरी के लिए आगामी तिथि निर्धारित की गई है। परीक्षण शिविर के दौरान डॉ. मीना द्विवेदी, डीसीएम डॉ. ज्ञानेश मिश्रा, चन्द्रकांत द्विवेदी, डॉ. यादवेन्द्र सिंह, डॉ. देवबृत दीक्षित, डॉ. पुष्पा प्रजापति, डॉ. प्रियंका तिवारी, डॉ. पूजा शुक्ला, सोशल वर्कर राखी पाण्डेय, विक्रम प्रजापति, पुष्पेन्द्र दाहिया सहित आरबीएसके की टीम तथा बच्चों के परिजन उपस्थित रहे।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ अंतर्गत जिला कार्य बल गठित
मैहर कलेक्टर रानी बाटड ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ भारत सरकार द्वारा प्रवर्तित एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसका लक्ष्य बेटियों के जन्म का उत्सव मनाना और उनकी शिक्षा को संभव बनाना है। जिसका मुख्य उद्देश्य लिंग के आधार पर चयनात्मक उन्मूलन को रोकना, बेटियों की उत्तरजीविता एवं संरक्षण सुनिश्चित करना तथा बेटियों की शिक्षा एवं भागीदारी सुनिश्चित करना है। योजना के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों की पूर्ति के लिए महिला एवं बाल विकास, पुलिस, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, आदिम जाति कल्याण, सामाजिक न्याय, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं खाद्य एवं आपूर्ति विभागों के समन्वित प्रयासों एवं गतिविधियों का क्रियान्वयन एक महत्वपूर्ण पहल है। योजना के लिए क्रियान्वयन, निगरानी एवं पर्यवेक्षण हेतु जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला कार्यबल का गठन किया गया है। इसी प्रकार सदस्य के रूप में पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला कार्यक्रम अधिकारी को सदस्य/सचिव, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक स्कूल शिक्षा, जिला आपूर्ति अधिकारी, उप संचालक कृषि, उप संचालक उद्यानिकी, उप संचालक सामाजिक न्याय, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण, जिला खेल अधिकारी, प्रभारी अधिकारी कौशल विकास तथा कार्यपालन यंत्री पीएचई को शामिल किया गया है।
4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत
राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रघुराजनगर (ग्रामीण) एलआर जांगडे द्वारा जारी आदेशानुसार निवासी ग्राम लालपुर दिन्नु कोल की पत्नी की मृत्यु सर्पदंश से होने पर 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है