(खुशियों की दास्तां)
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई अपने उद्देश्य के अनुसार फरियादियों की समस्या का तत्काल समाधान करने में सार्थक साबित हो रही है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में टिकुरिया टोला लखन चौराहा निवासी दिव्यांग श्यामवती लोहार अपने पति रामचरण लोहार तथा तीन वर्ष की पुत्री दिव्यांशी के साथ जनसुनवाई में पहुंची। अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह को आवेदन देकर श्यामवती ने बताया कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की राशि उनके खाते नहीं आ रही है। अपर कलेक्टर ने श्यामवती की समस्या को गंभीरता से सुनने के बाद वहां मौजूद महिला बाल विकास के सहायक संचालक श्यामकिशोर द्विवेदी और एलडीएम एपी सिंह को तत्काल समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया। जॉच के दौरान पता चला कि श्यामवती के दो खाता संचालित है। जिनमें एक मायके बैकुण्ठपुर के इण्डियन बैंक में शादी के पहले से और शादी के बाद टिकुरिया टोला के मध्यांचल ग्रामीण बैंक में। जून माह की प्रथम किश्त बैकुण्ठपुर के उसी खाते में चली गई है।
एलडीएम ने बैकुण्ठपुर स्थित इण्डियन बैंक में दूरभाष से संपर्क कर खाते की जानकारी ली। जिसमें बताया गया कि श्यामवती का खाता चालू है। एलडीएम ने बताया कि बैकुण्ठपुर स्थित इण्डियन बैंक के खाता को सतना के इण्डियन बैंक के मेन ब्रांच में अन्तरण कराया जा रहा है। जिससे श्यामवती को अब कही भटकना नहीं पड़ेगा। योजना की राशि उन्हें अविलम्ब सतना इण्डियन बैंक से भुगतान कर दी जायेगी।
संबल योजना से उर्मिला को मिली दो लाख रूपये की अनुग्रह सहायता
प्रदेश सरकार की संबल योजना के तहत हितग्राहियों को दी जाने वाली अनुग्रह सहायता राशि संकट के समय उन्हें आर्थिक संबल प्रदान कर रही है। सतना शहर के टपरिया बस्ती निवासी उर्मिला बसोर भी ऐसे ही हितग्रहियों में शामिल है। 11 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से संबल योजना के हितग्राहियों को खाते में 2 लाख रूपये की राशि अंतरित की गई। उर्मिला बसोर के खाते में भी 2 लाख रूपये की अनुग्रह राशि आई है। कठिन समय में 2 लाख रूपये की सहायता राशि पाकर उर्मिला का दुःख कम हुआ है। उर्मिला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है।
उर्मिला बसोर ने बताया कि उनके पति बद्री प्रसाद वाल्मीकि मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने पर उनका आकस्मिक निधन हो गया। पति की मृत्यु के बाद उर्मिला के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पूरा परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। लिहाजा उर्मिला मेहनत मजदूरी कर किसी तरह अपना परिवार चलाने लगी। नगर निगम सतना द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा संचालित संबल योजना के तहत प्रकरण तैयार किया गया। 11 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंगल क्लिक से परिवार के संचालन के लिए 2 लाख रूपये की राशि खातें में अंतरित कर दी गई है। उर्मिला बसोर का कहना है कि हम जैसे दीन-दुखियों के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई गई यह योजना संकट के समय आर्थिक संबल प्रदान करने वाली है।