छतरपुर-महाराजपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ महाराजपुर थाना अंतर्गत पुर तिगैला के ठीक सामने बरातियों से भरी बस ओवरटेक करते समय 10 फीट गहराई में जा गिरी। यह दर्दनाक घटना शनिवार को लगभग एक बजे की है। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और करीब नौ लोग घायल हुए हैं। सवारियों ने बताया कि चालक तेज रफ्तार में बस चला रहा था इस कारण यह हादसा हुआ है।
ग्राम रेखा- सुमेडी लवकुशनगर से बंशकार समाज की बरात बीते दिन पिड़पा गांव गई थी। जहां से 24 जून शनिवार को विदाई कराकर बरात वापस अपने गांव लौट रही थी तभी कुसमा निकलते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस क्रमांक एमपी 35G0154 जो पंकज सिंह पिता पदम सिंह के नाम पर छतरपुर में रजिस्टर्ड है। घायल यात्रियों ने बताया बस की रफ्तार तेज थी। ओवरटेक करते वक्त पुर तिगैला के ठीक सामने बस 10 फीट गहरी खाई में गिर गई। घटना की जानकारी आसपास लोगों को मिलने पर तत्काल 108 एंबुलेंस को सूचना दी गई। तभी पायलट इंद्रकुमार सक्सेना, कालीचरण कुशवाहा, ममता चौरसिया, राजकुमार अहिरवार ने मौके पर पहुंचकर घायलों को महाराजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर चोटिल घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मृतक महेशवरी बसोर घूरमनुरिया गांव का निवासी था।
बस में सवार राकेश बसोर उम्र 40 वर्ष के सिर में गंभीर चोट हैं और राजेश कुमार 28 वर्ष अशोक 23 वर्ष निवासी ज्योराहा, दीनदयाल 42 वर्ष, भवानीदीन 37 वर्ष, अतुल 10 वर्ष, मिजाजी 50 वर्ष, शिवम 5 वर्ष गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका इलाज महाराजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। बस में करीब 60 बराती सवार थे। ड्राइवर दूल्हे के चाचा संजू बसोर एवं दूल्हे के भाई अजय बसोर ने चालक पर शराब पीकर बस चलाने के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि बस का ड्राइवर जल्दी-जल्दी घर चलने का दबाव बना रहा था। इस बात का विरोध करने पर ड्राइवर से विवाद हो गया था। आगे चलकर रास्ते में ड्राइवर ने शराब का सेवन कर लिया था। कई बार दूल्हे के भाई अजय बसोर ने ड्राइवर से तेज रफ्तार गाड़ी चलाने से मना किया, लेकिन ड्राइवर ने उसकी एक नही सुनी। उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए बस की रफ्तार और बढ़ा दी। जैसे ही बस महाराजपुर से पुर तिगैला के पास पहुंची तो सामने से टू व्हीलर गाड़ी को ओवरटेक करते वक्त बस 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
छतरपुर जिले में तेज रफ्तार से बस पलटने के हादसे पहले भी हो चुके हैं। पिछले माह नौगांव में बस तेज रफ्तार के चलते पलट गई थी। इसी तरह लवकुशनगर एरिया में भी बस पलटी थी जिसमें करीब एक दर्जन लोग घायल हुए थे। इन हादसों में कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारी बसों और चालकों की जांच पड़ताल तक नहीं करते। बिना मेंटेनेंस किए बसें सड़कों पर दौड़ती रहती हैं।