पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जंगल की निराली दुनिया में कुछ न कुछ विचित्र, हैरतअंगेज व रोमांचकारी घटनाएं घटित होती रहती हैं। ऐसी ही एक घटना गत दिवस पन्ना जनपद की रक्सेहा पंचायत के अंतर्गत आने वाले बिल्हा गांव के जंगल में घटित हुई। अविश्वसनीय सी लगने वाली यह घटना ऐसी है, जिसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
दरअसल बिल्हा गांव का 20 वर्षीय युवक कैलाश पटेल उर्फ बच्चू अपने पड़ोसी महेंद्र पटेल 28 वर्ष के साथ दोपहर गांव से लगी वनाच्छादित पहाड़ी में अपनी भैंसों को ढूंढने के लिए गया था। मालूम हो कि ग्रामीण अपने मवेशियों को चरने के लिए जंगल में छोड़ देते हैं। मवेशी जब वापस नहीं लौटते तो उन्हें ढूंढने जंगल जाते हैं। कैलाश पटेल के बड़े भाई साहब पटेल ने घटना के बारे में बताया कि चरने के लिए जंगल गई उनकी भैंसें जब दो दिन तक वापस नहीं लौटी, तो छोटा भाई उन्हें ढूंढने के लिए जंगल गया था। जंगल जाना गांव वालों के लिए सामान्य व रूटीन का काम है, लेकिन उस दिन जंगल में जो कुछ घटित हुआ, उसके बाद से गांव के लोग दहशत में हैं और अब अकेले कोई जंगल नहीं जाता।
बाघिन से बचकर भागने में दोनों एक दूसरे से बिछड़ गए
साहब पटेल ने बताया कि छोटा भाई कैलाश अपने साथी के साथ पहाड़ी में ऊपर जब घने जंगल में पहुंचा, तो वहां उसे भैंसें तो नहीं मिलीं , लेकिन सामने से आती बाघिन जरूर दिख गई। बाघिन को नजदीक आते देख दोनों युवक घबरा गए और जान बचाकर वहां से भागे। बाघिन से बचकर भागने में दोनों एक दूसरे से बिछड़ गए। साहब पटेल ने बताया कि मेरा भाई भाग ही रहा था कि जंगल में उसका सामना भालू से हो गया। इसके पहले कि भालू हमला करता, कैलाश दौड़कर पास स्थित तेंदू के पेड़ में चढ़ गया। दो खूंखार जानवरों से घिरा कैलाश बुरी तरह घबरा गया था। उसके पास मोबाइल था, इसलिए हिम्मत करके उसने पेड़ के ऊपर से ही घर के लोगों को घटना से अवगत कराया और कहा कि जल्दी आकर मेरी जान बचाओ।
लाठियां व कुल्हाड़ी लेकर परिजन व ग्रामीण पहुंचे जंगल
दिल दहला देने वाली इस घटना की जानकारी मिलते ही कैलाश का बड़ा भाई साहब पटेल व गांव के कई अन्य लोग लाठियां व कुल्हाड़ी लेकर तुरंत उसी रास्ते से जंगल की तरफ रवाना हुए, जिस रास्ते से दोनों गए थे। शाम हो चुकी थी इसलिए सभी किसी अनहोनी की आशंका से डरे और सहमे हुए थे। आवाज लगाने पर भी जब कोई उत्तर नहीं मिला, तो घबराहट और बढऩे लगी। तकरीबन दो दर्जन लोग जंगल का चप्पा- चप्पा छान रहे थे, तभी रास्ते के पास नाले में कैलाश बेहोशी की हालत में पड़ा मिला।