Shani dev sade sati 2022 shani rashi parivartan in april these zodiac signs effected: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ अप्रैल महीने में शनि का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। शनि के गोचर से जहां कई राशिवालों की परेशानियां खत्म होंगी। वहीं कुछ राशि के जातकों के लिए मुश्किल समय शुरू होगा। शनि देव को कर्मफल दाता कहा गया है। इसलिए वह लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि महाराज उनके लिए खराब होते हैं, जो जीवन में बुरे काम करते हैं। अच्छे कर्म करने वाले मनुष्य के लिए शनि लाभदायक रहते हैं। अभी शनिदेव मकर राशि में हैं। अब ढ़ाई साल के लिए कुंभ राशि में गोचर करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर शुभ तो कई पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा।
शनिदेव की दो दशाएं हैं। पहली साढ़े साती जो साढ़े सात वर्ष के लिए है। दूसरी ढ़ैया जो ढ़ाई साल के लिए है। अप्रैल के बाद जून माह में शनि वक्री चाल चलेंगे। शनि की वक्री चाल भी शुभ नहीं मानी जाती है। इस साल शनिदेव दो बार राशि परिवर्तन करेंगे। इससे धनु, मकर, कुंभ, मीन, मिथुन, कर्क, तुला और वृश्चिक राशि पर शनि अपना प्रभाव करेंगे। 29 अप्रैल 2022 को शनिदेव मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। तब मकर, कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती रहेगी।
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
- शनिदेव को तेल अर्पित करें। नीले पुष्प चढ़ाएं। पूजा करते समय कभी भी सीधे शनि की मूर्ति के दर्शन नहीं करना चाहिए।
- पीपल को जल चढ़ाएं और सात परिक्रमा करें।
- हर शनिवार तेल का दान करें।
- हनुमानजी को सिंदूर और चमेली चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव प्रताड़ित नहीं करते हैं।
- हर शनिवार स्नान आदि कर्मों से निवृत्त होकर शनि चालीसा का पाठ करें।