सतना/चित्रकूट. भास्कर हिंदी न्यूज़/ नगर पंचायत चित्रकूट के प्रभारी सीएमओ नायब तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह की मौजूदगी में भरत घाट स्थित सुलभ इंटरनेशनल द्वारा संचालित कांप्लेक्स को अपशिष्ट पदार्थ मंदाकिनी नदी में बहाने एवं अपशिष्ट पदार्थ के निष्पादन के लिए मानक अनुरूप उचित प्रबंधन ना करने पर सील कर दिया गया।
विगत 5 वर्षों से अधिक समय से भरत घाट स्थित सुलभ कांप्लेक्स द्वारा कांप्लेक्स के मल मूत्र के निष्पादन के लिए उचित प्रबंध ना करते हुए कांप्लेक्स के बगल में न केवल गड्ढा बना कर अपशिष्ट इकट्ठा किया जा रहा था बल्कि गड्ढे के भर जाने के पश्चात रात्रि में बहा दिया जाता था। जो सीधा जाकर मल मूत्र मंदाकिनी नदी में बह जाता था। कांप्लेक्स से मंदाकिनी नदी घाट की दूरी महज 50 से 60 मीटर है। इस संदर्भ में लगातार शिकायतें की जा रही थी। पूर्व में नगर पंचायत के कई सीएमओ बदले पर कांप्लेक्स अपशिष्ट प्रबंधन का स्थाई समाधान ढूंढने में नाकाम रहा। नगर परिषद के स्वच्छता प्रभारी प्रभात सिंह ने बताया कि स्थानीय स्तर पर विरोध बढ़ने और शिकायत के चलते वर्ष 2020 में तत्कालीन प्रभारी सीएमओ रमाकांत शुक्ला के निर्देश पर भरत घाट स्थित सुलभ कांप्लेक्स के अपशिष्ट जल को मोटर पंप की सहायता से निकलवा कर टैंकर से बाहर फेंकने की व्यवस्था की गई थी।
पर्यटकों में जा रहा था गलत संदेश
सुलभ इंटरनेशनल कि चित्रकूट नगर पंचायत में संचालित भरत घाट स्थित परिसर द्वारा लगातार नियमों की अनदेखी करते हुए अपशिष्ट जल के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई बल्कि इसके उलट कांप्लेक्स के बगल से ही सोकपिट के नाम पर एक बड़ा सा तालाब नुमा गड्ढा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बना रखा था। इस तालाब नुमा गड्ढे से धर्म नगरी चित्रकूट में आने वाले पर्यटकों के बीच भी गलत संदेश जा रहा था।
प्रभारी सीएमओ नायब तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह ने बताया कि सुलभ कांप्लेक्स द्वारा कांप्लेक्स से निकलने वाले अपशिष्ट जल निष्पादन की व्यवस्था नहीं की गई थी और अपशिष्ट जल एक गड्ढे में भरा जा रहा था जो कि मंदाकिनी नदी में बहाने की शिकायत मिली थी। कांप्लेक्स को अपशिष्ट जल निष्पादन की ठोस व्यवस्था करने तक के लिए सील कर नोटिस दिया गया है। इस मौके पर नगर पंचायत चित्रकूट प्रभारी सीएमओ नायब तहसीलदार चित्रकूट ऋषि नारायण सिंह, इंजीनियर आशीष द्विवेदी नगर पंचायत, प्रभात सिंह गहरवार स्वच्छता प्रभारी नगर पंचायत चित्रकूट आदि मौजूद रहे।