सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शहर की पुष्पराज कालोनी में गुप्ता पैलेस में बलपूर्वक कब्जा करने के मामले में रविवार को जमकर हंगामा हुआ। भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। जानकारी अनुसार पहले संचालक के साथ मारपीट की गई। इस दौरान एसडीएम सहित भारी पुलिस अधिकारियों को भी मोर्चा संभालना पड़ा।
रात साढ़े तीन बजे हुए इस जमीन कब्जाने के मामले में लोगों ने विरोध करते हुए रविवार सुबह कोतवाली थाने का घेराव कर दिया और बल पूर्वक उनके घरों को गिराने के लिए फर्नीचर व्यापारी भागवत गुप्ता पर आरोप लगाए। वहीं बल पूर्वक पैलेस गिराने के मामले में मौके से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। आरोप है कि भागवत गुप्ता ने लखनऊ से बाउंसरों को बुलवाया था जिसके बूते जमीन पर कब्जा किया और पैलेस तोड़ा।कई घर गिराए। इस जमीन के मामले में भागवत गुप्ता और राजस्व अमले की मिलीभगत का भी आरोप लग रहा है। लोगों ने आरोप लगाया है कि शहर के पुष्कर्णी पार्क के पास भागवत गुप्ता नामक एक व्यापारी ने भूमि स्वामी के वारिस छिपा रजिस्ट्री करा ली। सजरा में इंदौर निवासी बेटी प्रभा तिवारी का नाम गायब कर दिया गया है। आरोप यह भी है कि रजिस्ट्री के बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने भी आरोपी पर दरियादिली दिखाई और सिर्फ तीन दिन में ही राजस्व अमले ने जमीन का नामांतरण कर दिया। अब उसी फर्जी रजिस्ट्री के बूते व्यापारी ने जमीन पर कब्जा करने सुबह तीन बजे कोहराम मचाया और जेसीबी, बाऊंसरों की फौज लेकर खुद पैलेस और लोगों के घर गिरा दिए। यही नहीं एक वकील को भी एसडीएम बताकर मौके पर लोगों को धमकी दी गई। इस घटना के बाद प्रभावितों ने थाना पहुंचकर घेराव किया और शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने आरोपी भागवत गुप्ता सहित 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दो जेसीबी व कार भी जब्त
पुष्कर्णी पार्क के सामने खड़ी कार एमपी 15 सीबी 7963 को जब्त किया है। कार के अंदर चाय का कंटेनर पानी नारियल रखा हुआ था। मौके से एक युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया। मैरिज गार्डन ध्वस्त करने के मामले पर पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ जारी है। वहीं कोतवाली पुलिस ने लखनऊ से आए बाउंसरों को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है जिसमें 5 महिला 6 पुरुष शामिल हैं। पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है।
वकील समेत कई पर की कार्रवाई
भू माफियाओं को संदेश देते हुए पुलिस ने 18 लोगों पर डकैती का अपराध भी कायम किया है। खुद को एसडीएम बताने वाले वकील पर पर भी छद्म पहचान का प्रकरण दर्ज किया गया है। इस मामले में व्यापारी भागवत गुप्ता, सौरभ गुप्ता, गौरव गुप्ता, वकील विनाेद शर्मा, कार चालक संतोष गुप्ता, जेसीबी चालक रामजी यादव, कमलेश यादव, सिक्योरिटी एजेंसी के बाउंसर अमित सिंह, नायब सिंह, प्रशांत सिहं, अवनीश सिंह, रामनारायण शुक्ला, राजेन्द्र पाल, संजू देवी, संतोषी विश्वास, पुष्पा रैदास, पूनम यादव सहित सिक्योरिटी एजेंसी संचालक पुनीत राणा पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।