जबलपुर पहुंचकर सीएमडी को सौंपा ज्ञापन, सतना में ब्लाक स्तर पर हुए प्रदर्शन
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना जिले में चरमराई बिजली व्यवस्था के विरोध में सोमवार को बरसते पानी में बिजली नहीं तो बिल नहीं नारे का शंखनाद करते हुए ब्लाक स्तर पर ज्ञापन सौंपा गया। विंध्य पुनरोदय मंच के संरक्षक मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने आंदोलन का शंखनाद जबलपुर में बिजली मुख्यालय शक्ति भवन पहुंचकर किया। जहां उन्होंने सीएमडी को पूरे विंध्य क्षेत्र की बिगड़ी बिजली व्यवस्था से अवगत कराया और सतना जिले के विभिन्ना वितरण केंद्रों में भी इस आशय का ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी गई कि अगर बिजली विभाग के अधिकारी इस मामले में गंभीरता नहीं बरतते हैं तो आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल हो सकती है। मीडिया प्रभारी छत्रपाल सिंह छत्तू ने जानकारी दी है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सतना जिला मुख्यालय में जिला संयोजक विवेक अग्रवाल और बिजली आंदोलन के संयोजक राजेश दुबे के नेतृत्व में बरसते पानी में बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को दी जा रही प्रताड़ना पर जमकर आक्रोश प्रकट किया गया।
हर समय मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती उसके बावजूद विद्युत व्यवधान
बिंदुवार चर्चा करते हुए ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि विंध्य में सर्वाधिक बिजली उत्पादित होती है यहां की बिजली को अन्य राज्यों में बेचा जाता है इस कारण यहां बिजली की समस्या होती है। आए दिन बिजली की अघोषित कटौती विभाग द्वारा बिना सूचना के की जाती है, हर समय मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती होती है उसके बावजूद विद्युत व्यवधान बना रहता है। शिकायतों के लिए स्थानीय स्तर पर शिकायत केंद्र समाप्त करके जबलपुर मुख्यालय में नई शिकायतों को दर्ज करके बीच-बीच में समाधान के विषय में कॉल सेंटर से फोन आता रहता है जिसमें सिर्फ रटी-रटाई बातें होती हैं। स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की कोई जवाबदेही तय नहीं है। पहले तो उपभोक्ताओं का फोन अटेंड नहीं करते अगर हो गया तो गैर जिम्मेदाराना जवाब देते हैं। भरपूर राजस्व मिलने के बाद भी स्टाफ कमी का बहाना बना रहता ह। विभाग द्वारा कनेक्शन मांगने पर खंबे ट्रांसफार्मर इत्यादि का एस्टीमेट उपभोक्ता को दे दिया जाता है जो हम आम उपभोक्ता के लिए दूर की कौड़ी है। मीटर की रीडिंग नियमित होती है उसके बाद भी एवरेज बिलिंग पहुंच जाती है। बिजली बिल नियमित तौर पर नहीं पहुंचाए जाते और विलंब होने पर कलेक्शन विक्षेपित किया जाता है साथ ही हर प्रकार की पेनाल्टी जवाबदार उपभोक्ताओं को ही देनी पड़ती है। ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहर में भी लो वोल्टेज जैसी समस्या होती है इसके कारण विद्युत उपकरण खराब होते हैं ऐसी विभिन्ना समस्याओं को लेकर निजात दिलाने की मांग की गई।
यहां-यहां सौंपे गए ज्ञापन
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत समस्याओं से निजात दिलाने के लिए प्रभारियों में उचेहरा में अतुल गौतम डब्बू एवं राघवेंद्र पटेल, नागौद में रविशंकर त्रिपाठी रज्जन त्रिपाठी, पुखराज महराज,गोलू त्रिपाठी, संजय मिश्रा, सितपरा, जैतवारा में राकेश गर्ग, अमरपाटन में प्रदीप शुक्ला, रामनगर में भीम सोनी, बिरसिंहपुर में महेंद्र शर्मा बडखेडा, भोला पयासी एवं संदीप मिश्रा कोठी में रमेश मिश्रा एवं मंटू शर्मा विष्णु सोनी, रामपुर में सतीश शुक्ला एवं उपेंद्र पटेल कोटर में मुनेंद्र द्विवेदी, केसी शुक्ला, मझगवां में डॉ. आर एस विश्वकर्मा, रामकिशोर पांडेय, चित्रकूट में श्रीपाल द्विवेदी एवं प्रेम सिंह यादव, बद्री यादव, मैहर में बीजू त्रिपाठी, बाबूपुर में रामबहादुर सिंह, जय त्रिपाठी, सोहावल में रुद्र त्रिपाठी, सहित भारी संख्या में प्रभावित लोग उपस्थित रहे।