गौ-शालाओं की क्षमता के अनुरूप और भी गौ-वंशीय पशु रखे जायें
पशु कल्याण समिति की बैठक में दिये निर्देश
सतना ,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले की गौ-शालाओं के संचालकों से कहा कि अपनी-अपनी गौ-शालाओं में और अधिक पशुओं को रखने की क्षमता का आंकलन करें तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विचरण करने वाले और राजमार्गों पर बैठने वाले निराश्रित गौ-वंशीय पशुओं को गौ-शालाओं में रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यह निर्देश गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला पशु कल्याण समिति/जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति तथा जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में दिये गये। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. प्रमोद शर्मा, गौ-शाला संचालक रविशंकर पाठक, सागर गुप्ता, पशु क्रूरता समिति के सदस्य अजीज कुरैशी, महेन्द्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी और समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि कोई गौवंश सड़क पर विचरण न करें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सभी ग्राम पंचायतो में जागरूकता अभियान चलाएं, एवं विचरण करने वाले गौवंश पशुओं को गौशाला में ले जाएं। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में गोचर की चिन्हित भूमि को आवश्कतानुसार अतिक्रमण मुक्त कर शासकीय/अशासकीय गौशाला/गौवंश चराई हेतु आरक्षित कर उपयोग किया जाए। राजमार्गो पर दुर्घटना में घायल गौवंश को प्राथमिक उपचार एवं राजमार्गो से निराश्रित गौवंश को निकटतम गौशाला तक पहुंचायें तथा घायल गौवंश को प्राथमिक उपचार हेतु पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा संचालित चलित पशु चिकित्सा इकाई (टोल फ्री कॉल सेन्टर नम्बर 1962) का उपयोग किया जाए।
पशु क्रूरता समिति की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी समिति का विस्तार कर प्रत्येक विकासखण्ड स्तर पर 10-10 लोगों को समिति का सदस्य बनायें। इससे समिति का नेटवर्क बढेगा और बड़े ़क्षेत्र से सूचनायें भी त्वरित प्राप्त होगी। कलेक्टर ने पशु कू्ररता समिति के सदस्यों से पशुओं के साथ किये जा रहे दृढ व्यवहार और कू्ररता की जानकारी संबंधित विभाग को त्वरित रूप से उपलब्ध कराने की अपील की। गौ-शालाओं की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी गौ-शालायें अपने यहां गौ-वंशीय पशुओं को रखने की क्षमता का आंकलन कर आक्यूपेंसी बढाये। पशु कल्याण समिति की बैठक में आय-व्यय की जानकारी में उप संचालक डॉ. प्रमोद शर्मा ने बताया कि मार्च 2024 की स्थिति में समिति की आय 79 लाख 44 हजार 506 रूपये रही है। जबकि 36 लाख 45 हजार रूपये व्यय किये गये हैं। बैठक में विभाग द्वारा निर्धारित उपचार शुल्क पूर्वत रखने का निर्णय लिया गया। पूरे जिले में 130 पशु चिकित्सा संस्थाओं की रंगाई-पुताई के लिए एस्टीमेट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर ने ली चिकित्सा संस्थानों की सुरक्षा संबंधी समीक्षा बैठक
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शासकीय मेडीकल कॉलेज सतना के डीन और जिला अस्पताल के प्रबंधन और चिकित्सकों की बैठक लेकर चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ, भर्ती रोगियों और उनके सहायकों की सुरक्षा के लिए किये गये प्रबंधों एवं कार्यवाहियों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा इस हेतु निर्धारित की गई एसओपी का कडाई से पालन करे और दुर्घटनाओं की संभावनाओं वाले ब्लैक स्पाट चिन्हित कर वहां आवश्यक सुधार की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि पूरे अस्पताल परिसर और मेडीकल कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरे का कवरेज बढाये तथा सुरक्षा के लिए आवश्यक सुरक्षा गार्डो का प्रबंध करे। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रकाश और पृथक-पृथक टायलेट की व्यवस्था तथा विजिटर कन्ट्रोल के उपाय भी करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के चिकित्सा संस्थाओं का औचक निरीक्षण करने तथा रात्रि कालीन भ्रमण के भी निर्देश दिये।