Bhaiyyu Maharaj Suicide case:digi desk/BHN/ भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में बुधवार को अभियोजन के गवाह के रूप में खुद को महाराज का दोस्त बताने वाले मनोहर सोनी के बयान होना थे, लेकिन वह बयान नहीं दे सका। कोर्ट रूम में प्रवेश करते ही उसकी तबीयत खराब हो गई। उसने कोर्ट को बताया कि उसे घबराहट हो रही है। तबीयत खराब हो गई है। वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। तुरंत गवाह को पानी पिलाया गया। कोर्ट ने उसे बयान दर्ज किए बगैर ही रवाना कर दिया। उसे गुरुवार को दोबारा उपस्थित होने को कहा है। बुधवार को एक अन्य अभियोजन गवाह के बयान हुए। उसने स्वीकारा कि उसने ही कॉल डिटेल रिपोर्ट का प्रिंट निकलवाया था।
भय्यू महाराज आत्महत्या को ढाई वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। महाराज के तीन सेवादार पलक, विनायक और शरद महाराज को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में जेल में हैं। सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई छह माह में पूरी करने के आदेश दे चुकी है। बुधवार को अभियोजन के गवाह के रूप में महाराज के दोस्त मनोहर सोनी के बयान होना थे। आरोपित की तरफ से पैरवी कर रहे एडवोकेट आशीष चौरे ने बताया कि सोनी कोर्ट रूम में प्रवेश करते ही रोने लगा। उसने बताया कि उसे घबराहट हो रही है। वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। करीब 10 मिनट तक वह खुद को बीमार बताते हुए बयान देने से बचने की कोशिश करता रहा। उसकी हालत देखते हुए कोर्ट ने उसे गुरुवार को उपस्थित होने का कहकर रवाना कर दिया। चौरे ने बताया कि बुधवार को राजेंद्र नगर पुलिस थाने के आरक्षक के बयान दर्ज हुए। उसने स्वीकारा कि उसने ही कॉल डिटेल रिपोर्ट का प्रिंट निकलवाया था। उसे मामले में इससे ज्यादा जानकारी नहीं है।