- बीते दिन सड़क हादसे में पिता और बहन के साथ घायल हुआ था बालक
- डा.संजय माहेश्वरी के निर्देशन में चिकित्सकों की टीम ने की शल्य क्रिया
- 6 घंटे चले आपरेशन के बाद मिला जीवनदान
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बीते दिनों बुंदेलखंड हाइवे से गुजर रहा एक परिवार सड़क हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बाइक सवार पिता और बहन तो घायल हुए ही उनके साथ 14 वर्षीय बालक को भी गंभीर चोटें आईं। घटनास्थल पर बालक अभय की आंते पेट फाड़ कर बाहर निकल गईं और सड़क पर फैल गईं। इस हादसे को जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गये। आसपास मौजूद लोगों की मदद से बालक के पिता ने घायलावस्था में ही बच्चे की आंते एक झोले में समेंटी और उसे लेकर बिरला अस्पताल पहुंच गये। बिरला अस्पताल के डायरेक्टर डा. संजय माहेश्वरी ने घायल बच्चे की स्थिति को देखते हुए तुरंत आपरेशन की तैयारी शुरू कर दी।
अस्पताल में मौजूद स्टाफ को साथ लेकर बालक का आपरेशन शुरू किया गया। सबसे पहले घायल बालक की आंते पेट के अंदर सेट की गईं। बिरला अस्पताल के चिकित्सकों ने पूरी तन्मयता और गंभीरता के साथ शल्य क्रिया को अंजाम दिया। डाक्टरों की टीम ने तकरीबन 8 बजे आपरेशन शुरू किया जो देर रात 2 बजे तक चला, जिसके बाद गंभीर रूप से घायल बालक को नया जीवनदान मिल गया।
इस पूरे मामले की जानकारी डा. संजय माहेश्वरी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में दी। डा. माहेश्वरी ने बताया कि दुर्घटना के बाद जब बालक को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था तो उसका पेट फटा था और उसकी आंते बाहर आ गई थीं। चिकित्सकों के लिए यह बड़ी चुनौती थी। उक्त बालक का 6 घंटे तक ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद बालक को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया गया। ऑपरेशन करने वाली टीम की अगुवाई डॉक्टर संजय माहेश्वरी ने की। उनके साथ डॉक्टर अंकिता सिंह (एनेस्थीसिया) सिस्टर नीना, डॉक्टर रेखा माहेश्वरी, डॉक्टर अनिल और मेडिकल स्टाफ राजेश, आशा, शैलेश, राकेश, कामता, रमेश का सराहनीय योगदान रहा। डॉक्टर संजय माहेश्वरी ने आपरेशन के विवरण, चिकित्सा प्रक्रिया, संभावित समस्याओं और मरीज के स्वास्थ्य परिणामों की जानकारी प्रदान की। पत्रकारों से चर्चा के दौरान अस्पताल के संसाधनों, उपकरणों की तकनीकी विशेषताओं, टीम के प्रयासों और चिकित्सीय परिणामों की जानकारी भी दी गई।