- नतीजे घोषित होने के बाद भी रिजल्ट के लिए तरसते रहे छात्र
- जिला कार्यालय के अफसर भी हैरान परेशान
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शिक्षा में गुणवत्ता और परिणाम सुधार की लाख कोशिशों के बाद भी सतना का कलंक दूर नहीं हो पाया। पिछड़ेपन का दाग मिटाने की जद्दोजहद में जुटे अफसरों को इस बार भी सुखद परिणाम नहीं मिल सके। पिछले साल की तुलना में स्थान में मामूली सुधार तो हुआ, लेकिन प्रतिशत के मामले में बड़ी लुढ़कनी देखने को मिली। पांचवीं का परिणाम जहां 10 फीसदी हुआ वहीं आठवीं में चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। यह स्थिति तब है जब जिले में शिक्षकों की कोई कमी नहीं है। परिणाम इसलिए भी निराशाजनक है क्योंकि इस प्रदर्शन में वे प्राइवेट स्कूल भी शामिल हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का बड़ा दावा कर अभिभावकों से मोटी फीस की वसूली करते हैं।
उल्लेखनीय है कि शिक्षण सत्र 2022-23 में पहली बार प्रदेश में कक्षा पांचवीं-आठवीं के छात्रों ने बोर्ड परीक्षा दी। सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इस दौरान कक्षा पांचवीं में 34950 छात्रों ने परीक्षा दी जिसमें से 24788 छात्र उत्तीर्ण हुए। जबकि 10162 छात्र पूरक व अनुत्तीर्ण रहे। इसी प्रकार से कक्षा आठवीं में 33292 छात्रों ने परीक्षा दी जिसमें से 20783 छात्र ही पास हो पाए।
क्यों गिरा रिजल्ट अफसर चुप
बोर्ड पैटर्न में परीक्षा का प्रयोग करने के दौरान बड़ी-बड़ी बातें करने वाले अफसरों के मुंह पर फिलहाल अलीगढ़ वाला ताला लग गया है। वह समझ नहीं पा रहे हैं कि इतना कमजोर रिजल्ट कैसे आया? क्या अन्य जिलों ने तैयारी बेहतर कराई या फिर वहां पर नकल पर प्रतिबंध नहीं लग पाए? दोनों ही सवालों पर कोई स्पष्ट राय नहीं दी जा रही।
ये कैसा परिणाम जब बच्चे देख ही नहीं पाए
राज्य शिक्षा केन्द्र ने जिलों की रैंक जारी कर दी, लेकिन छात्र अपने अंक देखने के लिए दिन भर जूझते रहे। जिन दो वेबसाइटों में नतीजे जारी किए गए उन्हें खोलने के लिए केवल छात्र ही नहीं जिला परियोजना कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी तक खोल नहीं पाए। माना जा रहा है कि देर रात पूरा रिजल्ट अपलोड़ किया जाएगा। देर रात तक यही प्रदर्शित होता रहा कि तकनीकी समस्या के कारण यह सुविधा अस्थायी रुप से बंद कर दी गई है।
फैक्ट फाइल
सत्र – कक्षा- स्थान- प्रतिशत
2021-22-पांचवीं -51वां- 81.04
2021-22- आठवीं -52 वां- 66.01
2022-23- पांचवीं- 46 वां- 70.92
2022-23- आठवीं -49 वां-62.43
इनका कहना है
रिजल्ट देखकर काफी निराशा हुई है। परिणाम इतना क्यों गिरा इसकी समीक्षा की जाएगी। फिलहाल ब्लाक वार और स्कूल वार रिजल्ट का इंतजार है। अन्य जिलों के प्रदर्शन पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन अपने जिले में नकल पर पूरी तरह से प्रतिबंध था।
विष्णु त्रिपाठी, डीपीसी सतना