उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के परासी मोड़ पर गुरुवार की शाम 5:00 बजे सड़क के किनारे बफर फीमेल के दो शावक दिखाई पड़े। यह शावक सड़क के किनारे बैठे हुए थे। इन सब को को सबसे पहले बस में बैठे यात्रियों ने देखा और रोमांचित हो गए।
दरअसल मानपुर से उमरिया की तरफ आ रही बस जब परासी मोड़ पर रुकी तो बस में बैठे यात्रियों की नजर सड़क के किनारे कुछ दूरी पर बैठे दो शावको पर पड़ गई। यह दोनों शावक सड़क से बमुश्किल 200 फीट की दूरी पर बैठे हुए थे।
शोर सुनकर हुए विचलित
बस में सवार यात्रियों की नजर जैसे ही शार्को पर पड़ी बस के अंदर शोर मच गया। लोग शावको का वीडियो बनाने लगे। इस दौरान बस में सवार सभी लोगों का ध्यान शावकों की तरफ हो गया। शावको देखने के लिए बस के अंदर हलचल मच गई। आवाज इतनी जोर से होने लगी कि बाघ शावक विचलित हो गए। विचलित होने के बाद बाघ शावक उठकर खड़े हो गए और आसपास चहल कदमी करने लगे।
देर तक देखने की चाह
शावकों को देखने के बाद सभी यात्रियों का मन उन से हट ही नहीं रहा था। यात्री चाह रहे थे कि वह देर तक दोनों शावकों को देखते रहे। इसके लिए यात्री बस चालक पर भी दबाव बना रहे थे कि वह अभी बस को ना चलाएं और बस को खड़ी रखें। ताकि सभी यात्री दोनों सबको को जी भर के देख सके। इस दौरान शोर कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था, जिसकी वजह से दोनों शावक असहज महसूस कर रहे थे।
चले गए जंगल के अंदर
बस में यात्रियों की लगातार बढ़ती आवाजों को सुनकर शावक विचलित हो गए थे। कुछ देर तक शावक चहल कदमी करते रहे इसके बाद वे जंगल के अंदर चले गए। शावकों को जंगल के अंदर जाता देख कर बस में सवार यात्री मायूस होने लगे। हालांकि इस दौरान कई बार शावक रुके और वापस पलट कर उन्होंने बस की तरफ देखा। जब भी शावक रुकते और बस की तरफ देखते बस के अंदर खुशी के मारे यात्री शोर मचाने लगते।
वन कर्मचारियों ने दी सूचना
परासी मोड़ पर बफर गेट के नजदीक दिखाई पड़े इन दोनों शावकों के बारे में वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना मिल गई थी। वन विभाग के कर्मचारियों ने इस बात की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचा दी। इसके बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सड़क के किनारे सक्रिय दोनों शावकों को जंगल के काफी अंदर तक पहुंचा दिया। दरअसल पास में ही बाघिन भी थी और इस स्थिति में किसी भी तरह का खतरा उत्पन्न हो सकता था, इस बात को ध्यान में रखते हुए शावकों और बाघिन को जंगल के अंदर खदेड़ा गया।