सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले की पवित्र धर्मनगरी मैहर में आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये म.प्र. अर्बन डेवलपमेंट कंपनी द्वारा पर्यटक सूचना केन्द्र का निर्माण किया गया हैं। जिसका गुरुवार को सांसद सतना गणेश सिंह ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर नगर परिषद की अध्यक्ष गीता सोनी, उपाध्यक्ष शीतल ताम्रकार, निर्माण समिति मैहर की सभापति रीतू रमेश कोल, पूर्व विधायक मोतीलाल तिवारी, श्रीकांत चतुर्वेदी, संतोष सेनी, ललिता ताम्रकार, रामकृपाल पटेल, रविनंदन मिश्रा सहित स्थानीय जन उपस्थित रहे।
सांसद श्री सिंह ने पर्यटन केन्द्र के शुभारंभ पर अवसर पर कहा कि केन्द्र की शुरुआत हो जाने मैहर आने वाले पर्यटकों को एक ही स्थान पर मैहर के प्रमुख पर्यटन वाले स्थानों की जानकारी एक जगह मिल सकेगी। जिससे मैहर के पर्यटन वाले स्थानों से देश और विदेश के पर्यटक भी परिचित होंगे। पर्यटकों के मैहर आने से यहां रोजगार की संभावनायें भी विकसित होंगी। सांसद श्री सिंह ने कहा कि मैहर में मां शारदा देवी का दर्शन करने प्रतिदिन बड़ी संख्या में बाहरी पर्यटक आते हैं, लेकिन स्थानीय पर्यटन स्थलों की जानकारी नहीं होने से यहां के अन्य जगहों का भ्रमण नहीं कर पाते हैं। लेकिन अब पर्यटन केन्द्र खुल जाने से पर्यटकों को सभी प्रकार की जानकारी एक ही स्थान पर मिल सकेगी।
राज्यमंत्री श्री पटेल की अध्यक्षता में हुई पिछड़ा वर्ग सेवा राज्य पुरस्कार जूरी की बैठक
श्रेष्ठ कार्य करने वाले महिला-पुरूष को दिया जाता है पुरस्कार
पिछड़ा वर्ग राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश रामजी महाजन और सावित्री बाई फुले पिछड़ा वर्ग राज्य पुरस्कार जूरी की बैठक मंत्रालय में संपन्न हुई। विधायक रामलल्लू वैश्य, धर्मेन्द्र लोधी, प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल और आयुक्त गोपाल चंद्र डाड मौजूद थे। बैठक में प्राप्त प्रस्तावों पर चर्चा की गई। राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि रामजी महाजन पुरस्कार पिछड़े वर्ग के उत्थान एवं विकास के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाले चयनित पुरूष-महिलाओं को प्रदान किया जाता है। पुरस्कार स्वरूप चयनित व्यक्तियों को एक लाख रूपये और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार 8 पुरूष एवं 8 महिलाओं को प्रदान किया जाता है। प्रदेश में सावित्री बाई फूले राज्य पुरस्कार वर्ष 2016-17 से प्रारंभ किया गया है। यह पुरस्कार प्रदेश के एक महिला समाज सेवी को दिया जाता है, जिनके द्वारा पिछड़े वर्ग की शिक्षा एवं महिला उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया गया हो। पुरस्कार स्वरूप 2 लाख रूपये और प्रशस्ति-पट्टिका प्रदान की जाती है।