प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग क्लास में मनाशिक्षक दिवस
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलना या नहीं मिलना अलग बात है, लेकिन परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग क्लास में सीखा गया ज्ञान हमें जीवन के अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने का अवसर देता है। कलेक्टर सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर महारानी लक्ष्मीबाई हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा संस्थान के सहयोग से संचालित प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग क्लास के युवा छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, विशिष्ट अतिथि श्रीमती नेहा चौधरी वर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, एसडीएम नीरज खरे, सुरेश जादव, प्रिज्म सीमेंट के प्रतिनिधि एमपी त्रिपाठी, सीएमओ शैलेंद्र सिंह, सीईओ जनपद प्रतिपाल सिंह एवं प्राचार्य कुमकुम भट्टाचार्य भी उपस्थित रहीं।
कलेक्टर अनुराग वर्मा की पहल पर जिले के प्रतिभाशाली युवाओं को संघ लोक सेवा आयोग, राज्य सिविल सेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग संचालित की जा रही है। शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री वर्मा ने मां सरस्वती और डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिले में पदभार ग्रहण करने के बाद कई युवा-युवतियां उनसे मिलकर सिविल सेवा में जाने की अभिलाषा व्यक्त कर जिले में कोई ऐसी संस्था संचालन की मांग रखते थे। कोचिंग क्लास में जिले में पदस्थ आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी तथा शिक्षाविद समय-समय पर युवाओं को मार्गदर्शन देते हैं। उन्होंने कहा कि कोचिंग क्लास के युवाओं के आत्मविश्वास को देख कर खुशी मिलती है। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि प्रतियोगिताओं में सफलता मिले या ना मिले, लेकिन इस दौरान सीखी गई बातें भविष्य में हमें आगे बढ़ने का मजबूत रास्ता दिखाती हैं और जीवन के अन्य क्षेत्रों में सफलता के आयाम दिलाती हैं।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि जीवन में कैरियर एक यात्रा है और यात्रा हमेशा हमारे गंतव्य से कहीं अधिक सुखद और रमणीक अनुभूति कराती है। उन्होंने कहा कि कैरियर की तैयारी के पल हमेशा व्यक्ति के मनोमस्तिष्क में ताजा रहते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सफलता में 90 प्रतिशत भाग आपकी मेहनत और 10 प्रतिशत भाग शिक्षकों के मार्गदर्शन, सहयोग का होता है। शिक्षक केवल मार्गदर्शक हैं, सफलता की सीढ़ियां आपको स्वयं चढ़नी होती हैं।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती नेहा चौधरी वर्मा ने सभी प्रतियोगी युवाओं और शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मनुष्य अपने जीवन पर्यंत तक सीखता है। विद्यार्थियों के लिए प्रथम शिक्षक उनके अभिभावक होते हैं। इसके बाद स्कूली शिक्षा के अलावा व्यक्ति अपने परिवार माहौल, संस्कार और प्रकृति से हमेशा ही कुछ ना कुछ सीखने का प्रयास करता है, अर्थात शिक्षा जीवन पर्यंत चलने वाली एक निरंतर प्रक्रिया है।
सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े ने कहा कि युवाओं को हमेशा अपनी जिंदगी में सीखने वाला बने रहना चाहिए। अपनी क्षमता का उन्नयन करें और पूरे मन से सफलता के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि असफलता से कभी निराश नहीं हों। कैरियर में सफलता भले ही ना मिले लेकिन सीखा हुआ ज्ञान जिंदगी में आगे बढ़ने में सदैव काम आता है।
प्रिज्म सीमेंट के प्रतिनिधि एमपी त्रिपाठी ने कहा कि जिले के युवाओं के कैरियर बनाने में कलेक्टर अनुराग वर्मा का प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने निःशुल्क कोचिंग क्लास के युवाओं को बैठक व्यवस्था के लिए 100 लर्निंग सीटिंग चेयर, डिजिटल बोर्ड और माइक सेट सहित लर्निंग सामग्री प्रिज्म सीमेंट की ओर से भेंट किए।
शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शिक्षक गणों को सम्मानित किया। उन्होंने जिले के हाल में ही आईएएस चयनित छात्र विनायक चमड़िया की परीक्षा तैयारी संबंधी नोट्स भी कोचिंग संस्थान को भेंट किए। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पौधा भेंट कर किया गया। कोचिंग क्लास के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में नित्य गाया जाने वाला एंथम सॉन्ग भी प्रस्तुत किया।