Cardiac Symptoms: dig desk/BHN/नई दिल्ली/ कई बार दिल से संबंधित समस्या होने पर व्यक्ति उसे तब तक नज़रअंदाज करता चला जाता है, जब तक वह किसी गंभीर रूप में सामने न जाए। इसमें बाएँ हाथ और पीठ में दर्द, आँखों के सामने अचानक अँधेरा आना, दिल की धड़कनों में असहज बदलाव यानि इनका अचानक तेज या धीमा होना शामिल हो सकता है। दिल से संबंधित ऐसे लक्षणों की लगातार अनदेखी से हार्ट अटैक, ऑर्गन फैल्युअर, स्ट्रोक, पैरालिसिस आदि की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में सही समय पर सही हॉस्पिटल के साथ ही सही डॉक्टर का चुनाव मरीज के जीवन को बचाने में कारगर साबित हो सकता है। बशर्ते, सही समय पर सही निर्णय ले लिया जाए। ऐसे ही शहर के मशहूर हॉस्पिटल्स में से एक है मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, जिसे अपनी उत्तम कार्डिएक केयर सर्विसेस और चौबीसों घंटे उपलब्ध इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए पहचान प्राप्त है।
हॉस्पिटल की कार्डियोलॉजी टीम
मरीज के जीवन को अनमोल समझने वाली मेदांता में मौजूद सुपरस्पेशलिस्ट्स यानि कार्डियोलॉजिस्ट्स और कार्डिएक सर्जन्स की मजबूत टीम, सम्पूर्ण सुविधाओं वाला व्यापक आईसीयू यूनिट, नर्सिंग और इमरजेंसी स्टाफ को दी जाने वाली एडिशनल ट्रेनिंग, कार्डिएक केयर सर्विसेस और इमरजेंसी ट्रीटमेंट संबंधित सुविधाएँ शहर के साथ ही आसपास के इलाकों में भी मशहूर हैं। यह हॉस्पिटल की तत्पर टीम का सटीक प्रमाण है। इसके साथ ही अति आधुनिक कैथ लैब, जो कि सर्वसुविधा युक्त है, और डेडिकेटेड आईसीयू सारी स्पेशलाइज़्ड टीम के मार्गदर्शन में संचालित किया जाता है।
कैसे डील किया जाता है कार्डिएक इमरजेंसी से?
मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में हार्ट पेशेंट्स की विशेष देखभाल के लिए अत्याधुनिक ICCU (इंटेंसिव कार्डिएक केयर यूनिट) उपलब्ध है। किसी मरीज के हार्ट अटैक के लक्षणों के साथ हॉस्पिटल पहुँचने पर उसका डायग्नोसिस कर, बहुत ही कम समय में इमरजेंसी कार्डिएक प्रोसीजर शुरू कर दिया जाता है, क्योंकि कार्डिएक इमरजेंसी में शुरूआती समय ही सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है और सही समय पर मिलने वाला सही इलाज स्पष्ट तौर पर हृदय से होने वाले स्थायी नुकसान को कम कर सकता है। मेदांता, कार्डिएक इमरजेंसी के मामले में डोर-टू-बलून एंजियोप्लास्टी के इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स का पालन करता है, जो मरीज के जल्द स्वस्थ होने के लिए बेहद लाभकारी है।
हॉस्पिटल ले जाने के दौरान इन बातों का रखें खास ख्याल
इमरजेंसी के दौरान पेशेंट को सबसे पहले किसी नजदीकी हॉस्पिटल में ले जाना चाहिए, जिससे कि अनहोनी या फिर सेकंडरी इंजुरी से बचा जा सके। प्राथमिक चिकित्सा के बाद पेशेंट को दूर-दराज स्थित किसी बड़े हॉस्पिटल में रेफर किए जाने की स्थिति में ACES (एडवांस कार्डिएक लाइफ सपोर्ट) को सबसे उपयुक्त माना जाता है। यह एक तरह का मूविंग आईसीयू है, जो किसी साधारण एम्बुलेंस के मुकाबले कहीं गुना आधुनिक होता है। इसमें एक डॉक्टर और नर्स के साथ ही सभी जरूरी इक्विपमेंट्स होते हैं, ताकि पेशेंट की जान का विशेष ख्याल रखते हुए सफर के दौरान ही इलाज शुरू किया जा सके।
कार्डियोलॉजिस्ट्स की सलाह
शरीर में कोई भी बीमारी धीरे-धीरे ही पनपती है, ऐसे में स्वास्थ्य की उचित देखभाल और बेहतर खानपान इसमें कमी लाने का काम कर सकते हैं। अपने शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा सक्रिय, खुश और तनावमुक्त रहें, नियमित व्यायाम करें और वसायुक्त भोजन, मीठी चीजों और जंक फूड से दूरी बनाए रखें। अपनी सेहत के प्रति लापरवाही ना बरतें और थोड़ा भी असहज महसूस करने पर डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
कम दरों पर कोरोनरी एंजियोग्राफी
मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल दिल की सेहत का विशेष ध्यान रखने के लिए कम दरों पर कोरोनरी एंजियोग्राफी की सुविधा दे रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के बाद लोगों के दिल पर बुरा असर हुआ है। यहाँ मात्र 5999 रूपए में कोरोनरी एंजियोग्राफी की जाँच की जा रही है। इसके साथ ही हृदय संबंधी अन्य जाँचें भी यहाँ की जा रही हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ शहर के मरीजों की सेवाओं के लिए जुटे हुए हैं।
मेदांता में किए जाने वाले हार्ट प्रोसीजर्स
मेदांता में एंजियोग्राफी सहित एंजियोप्लास्टी, बायपास सर्जरी, वॉल्व सर्जरी, वॉल्व रिपेयर, पेसमेकर प्लेसमेंट, टीएवीआई, एआईसीडी, आईवीएल, हार्ट ट्रांसप्लांट, एओर्टिक डिसेक्शन, दिल के छेद को बंद करने के ऑपरेशन और बच्चों की कार्डिएक सर्जरी की जाती है।