सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पेंशनर का परिवार पेंशनर के साथ संयुक्त खाता है, पीपीओ पर संयुक्त फोटो चस्पा है तथा परिवार पेंशनर का नाम पेंशन भुगतान आदेश में अंकित है उन पेंशनरों की मृत्यु की दशा में परिवार पेशन प्रारंभ करने के लिए फार्म 42 भरने की आवश्यकता नहीं होगी। बैंक स्वतः परिवार पेंशन प्रारंभ कर सकेंगे। इस आशय का आदेश संचालनालय पेंशन, भविष्य निधि एवं बीमा संचालक द्वारा जारी किए गए है।
पेंशन विभाग ने बताया कि कतिपय प्रकरणों में पीपीओ पर संयुक्त फोटो व परिवार पेंशनर का नाम अंकित है परन्तु पेंशनर का संयुक्त खाता नही है जिससे पेंशनर की मृत्यु होने की दशा में परिवार पेंशन प्रारंभ करने में विलम्ब होता है इस कारण से संचालनालय द्वारा जारी नवीन आदेश से अब त्वरित पेंशनर के परिवार को आर्थिक कठिनाईयों से बचने में सहायता होगी। अतः ऐसे प्रकरणों जिसमें पेंशनरों की पहचान की जानी है उन परिवार पेंशन प्रारंभ में अब कोइ्र्र कठिनाई नहीं होगी। पेंशन खाते को संयुक्त खाते में सुगमता से परिवर्तित करा सकेंगे। बैंक ऐसे पेंशनरों को चिन्हांकित कर उन्हें एसएमएस द्वारा सूचना प्रेषित कर प्रक्रिया से अवगत करा सकेंगें।
नवीन व्यवस्था से पेंशनर व परिवार पेंशनर को जो सुविधा होगी उससे भविष्य में परिवार पेंशन शुरू होने में कोई कठिनाई का सामना नहीं होगा। ना ही पेंशनर का मृत्यु प्रमाण पत्र व परिवार पेंशन का जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करते ही परिवार पेंशन तत्काल प्रारंभ हो सकेगी। पेंशनर को बैंक, जिला पेंशन कार्यालय, अन्य कार्यालयों में अनावश्यक उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं पडेंगी, बैंक की भी शिकायते कम होगी जिससे समय की बचत होगी। अतः बैंक ऐसे पीपीओ की भी सूची तैयार कर संबंधित जिला पेंशन अधिकारी और संचालनालय पेंशन को प्रेषित करें जिन पर परिवार पेंशनर का नाम अंकित नहीं है ताकि ऐेसे प्रकरणों में परिवार पेंशन की पात्रता के परीक्षण के संबंध में अनुवर्ती कार्यवाही पर विचार किया जा सकें।
जिला-स्तरीय स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सक रहेंगे उपस्थित
कमिश्नर, कलेक्टर, सीएमएचओ और संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी
प्रदेश के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिये मई माह में दो दिवसीय जिला-स्तरीय स्वास्थ्य शिविर होंगे। स्वास्थ्य शिविरों के संबंध में सभी कमिश्नर, जिला कलेक्टर, सीएमएचओ और संबंधित अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं।
आयुक्त स्वास्थ्य-सह-सचिव डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि जिला-स्तर पर दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविरों में गंभीर रोगों कैंसर, ह््रदय, न्यूरोलॉजी, किडनी, लिवर और अस्थि संबंधित रोगों के स्क्रीनिंग परीक्षण और उपचार के लिये विशेषज्ञों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। गर्मी के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य शिविरों में सभी जरूरी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें।
डॉ. खाड़े ने निर्देश दिये कि संभाग स्तर पर शिविरों की कार्य-योजना बनाई जाये, जिससे सभी जिलों में विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई जा सके और गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इस बात का ध्यान रखा जाये कि संभाग के सभी जिलों में एक साथ शिविर नहीं लगाये जायें। जिलेवार स्वास्थ्य शिविरों की तिथि निर्धारित कर शिविरों की जानकारी संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं को भेजा जाना सुनिश्चित करें।
शासकीय भवनों के निर्माण में ऑनलाइन वर्क मैनेजमेंट सिस्टम लागू
शासकीय विभाग ऑनलाइन देख सकेंगे अपने भवन की प्रगति
शासकीय भवनों के निर्माण की गुणवत्ता के लिये भवन विकास निगम ऑनलाइन वर्क मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर रहा है। अब संबंधित विभाग अपने निर्माण कार्य की भौतिक और वित्तीय प्रगति की रियल टाइम मॉनीटरिंग कर सकेंगे। शासकीय विभागों को इस तरह की सुविधा उपलब्ध कराने वाली लोक निर्माण की भवन विकास निगम पहली निर्माण एजेंसी होगी।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मण्डलोई ने बताया कि शासकीय भवनों के निर्माण में आधुनिक डिजाइन और तकनीक के उपयोग के लिये राज्य सरकार द्वारा फरवरी-2022 में मध्यप्रदेश भवन विकास निगम की स्थापना की गई है। यह निगम प्रदेश के समस्त शासकीय विभागों की बड़ी-बड़ी इमारतों के निर्माण और पर्यवेक्षण के एवज में निर्माण लागत का 6 प्रतिशत सुपरविजन चार्ज के रूप में लेगा।
श्री मण्डलोई ने बताया कि भवन विकास निगम का गठन प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण आधुनिक शासकीय भवनों का निर्माण कराना है। निगम में आईआईटी जैसे राष्ट्रीय संस्थानों से पास-आउट युवा इंजीनियर की सेवाएँ ली जा रही हैं। साथ ही नव-नियुक्त इंजीनियर्स को नेशनल एकेडमी ऑफ कंस्ट्रक्शन, हैदराबाद में 21 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। परियोजनाओं के सुचारू संचालन एवं गुणवत्तापूर्ण निर्माण के लिये ऑर्किटेक्ट और प्रोजेक्ट कंसलटेंट की सेवाएँ भी ली जा रही हैं।