सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्यप्रदेश गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने बताया है कि हरियाली अमावस्या-28 जुलाई, 2022 को प्रदेश की सभी पंजीकृत और क्रियाशील गौ-शालाओं में 11 हजार पौध-रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश के गौशाला प्रबंधकों को प्रत्येक परिसर में इस दिन कम से कम 5 पौध-रोपण का निर्देश दिया गया है।
स्वामी अखिलेश्वरानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सीहोर जिले के आंवली घाट में हरियाली अमावस्या के दिन प्रदेश के नर्मदा तट एवं सभी जिलों में पौध-रोपण के संकल्प के अनुपालन में बोर्ड द्वारा हरियाली अमावस्या पर पौध-रोपण किया जायेगा। प्रदेश में लगभग 1665 क्रियाशील गौ-शालाएँ हैं।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग और जिला गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन समिति के अध्यक्षों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। संबंधितों से कहा गया है कि जून माह में पौध-रोपण के लिये गड्ढ़ा खोदने का काम पूरा कर एक-एक किलो वर्मी और मिट्टी से भरें। इनमें पीपल, नीम, बरगद, आँवला, कदम्ब, आम, इमली, महुआ, बिल्व, अर्जुन और औषधीय गुण वाले पौधों का रोपण किया जायेगा।
इस वर्ष अंत तक तैयार होंगे 5 हजार वन समितियों के माइक्रो प्लान : वन मंत्री
1152 ग्रामों के 4.31 लाख हेक्टेयर वन क्षेत्रों में हुआ सुधार
वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने कहा कि प्रदेश के वनों के सुधार और प्रबंधन में वन समितियाँ विशेष भूमिका निभा रही हैं। इस वर्ष के अंत तक 5 हजार वन समितियों के माइक्रो प्लान तैयार कर लिये जायेंगे। वन मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि प्रदेश में 847 ग्राम समुदाय ऐसे हैं, जहाँ वनों में सुधार किया गया है। इसके अलावा 390 ग्रामों में 1.15 लाख हेक्टेयर बिगडे़ वन क्षेत्र का पूर्ण रूप से सुधार किया जा चुका है। पिछले एक दशक में प्रदेश के 1152 ग्रामों में 4 लाख 31 हजार हेक्टेयर वन क्षेत्र में सुधार किया गया।
बांस के मामले में प्रदेश हुआ समृद्ध
बांस के मामले में प्रदेश समृद्ध हुआ है। यहाँ 18 हजार 394 वर्ग किलोमीटर में बांस उपलब्ध है, जो देश में सर्वाधिक है। इसमें हरे डंठल का बांस 3108 मिलियन और सूखे डंठल वाला बांस 1005 मिलियन है। प्रदेश का भौगोलिक क्षेत्रफल 3 लाख 8 हजार 292 वर्ग किलोमीटर है। इसमें से ट्री कवर 8054 वर्ग किलोमीटर है, जो भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.61 फीसदी है। इस तरह ट्री कवर की दृष्टि से देश के प्रथम पाँच राज्यों में मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर काबिज है। भारतीय वन सर्वेक्षण की 2021 की जारी रिपोर्ट के अनुसार वन क्षेत्र में प्रदेश अन्य राज्यों से आगे है। अति सघन वन क्षेत्र 6645 वर्ग किलोमीटर, मध्यम सघन वन 34 हजार 209 वर्ग किलोमीटर और खुला वन क्षेत्र 36 हजार 619 वर्ग किलोमीटर है।
प्रधानमंत्री करेंगे मध्यप्रदेश की स्टार्टअप नीति का 13 मई को शुभारंभ
युवाओं के रोजगारपरक और उद्यमी आइडियाज को पंख देने के लिए तैयार की गई मध्यप्रदेश की स्टार्टअप नीति एवं कार्यान्वयन योजना, 2022 का वर्चुअल शुभारम्भ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 13 मई को किये जाने की संभावना के दृष्टिगत तैयारियाँ प्रारम्भ कर दी गई है।
उद्योग आयुक्त और सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने बताया कि प्रदेश में स्टार्टअप इको सिस्टम को प्रोत्साहित एवं सुदृढ़ करने के लिये इसी साल 23 फरवरी को मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति एवं कार्यान्वयन योजना, जारी की गई है। नीति का वर्चुअल शुभारम्भ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा 13 मई को किया जाना प्रस्तावित है।
श्री नरहरि ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम इंदौर में प्रस्तावित है। कार्यक्रम की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 2 मई को समीक्षा की गई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार विश्वविद्यालय, महाविद्यालय तथा अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत् विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता के लिए उन्हें यू-ट्यूब, एनआईसी वेबकास्ट तथा अन्य माध्यमों से कार्यक्रम के सीधे प्रसारण से जोड़ा जाएगा।