सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने मंगलवार को मझगवां क्षेत्र के भ्रमण के दौरान मझगवां ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत भट्टन टोला में बिछाई जा रही पानी की सप्लाई लाइन और अमृत सरोवर चितहरा के तालाब निर्माण का निरीक्षण किया।
मझगवां ग्राम पंचायत में कलेक्टर ने पेयजल आपूर्ति के कार्यो के निरीक्षण के दौरान ग्रामीण जनों से रूबरू बातचीत की। उन्होंने पीएचई के अधिकारियों को जल जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक निष्पादित करने के निर्देश दिए। इसके बाद कलेक्टर श्री वर्मा ने अमृत सरोवर के तहत चितहरा ग्राम पंचायत में बन रहे तालाब निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और कार्य को 15 जून तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। अमृत सरोवर के तहत चितहरा में 22 लाख 44 हजार रुपए की लागत से नवीन तालाब बनाया जा रहा है जिसमें 15वां वित्त, मनरेगा योजना एवं जन भागीदारी के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है।
आईएफएमआईएस परियोजनान्तर्गत ईएसएस प्रोफाइल 3 दिवस के अंदर अपडेट करायें
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले के समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को कोषालयीन सॉफ्टवेयर आईएफएमआईएस में समस्त शासकीय सेवकों की ईएसएस प्रोफाईल अपडेट 3 दिवस के अंदर पूर्ण करने और कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र कोषालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर श्री वर्मा ने समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को जारी पत्र में कहा है कि कोषालयीन सॉफ्टवेयर आईएफएमआईएस में समस्त शासकीय सेवकों की ईएसएस प्रोफाईल अपडेट किये जाने के लिये कार्यालयीन पत्र एवं टीएल मीटिंग के माध्यम से निर्देशित किया गया था। किन्तु आपके द्वारा प्रोफाइल अपडेशन कार्य में रूचि ना लिये जाने के कारण सतना जिला इस कार्य में पिछड़ गया है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने 3 दिवस में प्रोफाइल अपडेशन कार्य पूर्ण ना किये जाने पर संबंधित आहरण एवं संवितरण अधिकारी विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। जिसकी समस्त जवाबदारी आहरण एवं वितरण अधिकारी की होगी। अपडेशन कार्य की समीक्षा आगामी टीएल मीटिंग में की जावेगी। इसके साथ ही कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि प्रोफाइल अपडेशन कार्य का कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र कोषालय में प्रस्तुत ना किये जाने की स्थिति में किसी भी प्रकार के देयक कोषालय में स्वीकार नहीं किये जायेंगे।
कमिश्नर की संवेदनशीलता से पीड़िता को मिली चार लाख की सहायता राशि
किसी व्यक्ति की सर्पदंश से मौत होने पर राजस्व परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के तहत उसके निकटतम वारिस को चार लाख रुपए की सहायता राशि का प्रावधान है। कमिश्नर अनिल सुचारी ने सतना जिले के रामनगर तहसील के सर्पदंश के प्रकरण में पीड़िता के आवेदन पत्र पर संवेदनशीलता से कार्यवाही की। कमिश्नर श्री सुचारी की पहल पर पीड़िता को दो दिवस की समय सीमा में सहायता राशि स्वीकृत होकर उसके बैंक खाते में पहुंच गई।
सतना जिले के रामनगर तहसील के ग्राम खैरहनी निवासी मुकेश कोल की 13 जुलाई 2021 को सर्पदंश से मौत हो गई। उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी डॉक्टरों द्वारा सर्पदंश से मौत का उल्लेख है। इस प्रकरण में तहसील कार्यालय रामनगर द्वारा लापरवाही बरती गई। समय पर सहायता राशि न मिलने पर मृतक की पत्नी राजकुमारी कोल ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद पीड़िता ने कमिश्नर कार्यालय रीवा में सहायता राशि के लिए आवेदन दिया। प्रकरण के प्रकाश में आने पर कमिश्नर श्री सुचारी ने एसडीएम अमरपाटन को निर्देश देकर तत्काल सहायता राशि स्वीकृत कराई।
कमिश्नर श्री सुचारी ने सभी कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा है कि प्राकृतिक आपदा पीड़ितों की सहायता राशि का तत्काल वितरण सुनिश्चित करें। इस संबंध में सभी तहसीलों से नियमित रूप से प्रकरणों की जानकारी प्राप्त करें। पीड़ितों को राहत राशि स्वीकृत तथा वितरित करने में अकारण देरी करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें। कमिश्नर ने एसडीएम अमरपाटन को राजकुमारी की सहायता राशि के प्रकरण में देरी करने पर कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए हैं।