सड़क सुरक्षा समिति में निर्णय
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना जिले में सड़क दुर्घटनाओं में हो रही वृद्धि के दृष्टिगत ऑटो चालकों का नेत्र परीक्षण और हाईवे से जुड़ने वाली ग्रामीण सड़कों में 5 से 10 मीटर की दूरी पर स्पीड ब्रेकर बनाने का निर्णय मंगलवार को कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, एआरटीओ संजय श्रीवास्तव, यातायात प्रभारी सत्य प्रकाश मिश्रा, एसडीएम रघुराजनगर एसके गुप्ता, सिटी एसडीएम सुरेश जादव, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण मनोज द्विवेदी, डीएसपी किरणप्रभा कीरो, डिप्टी कलेक्टर नीरज खरे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद पांडेय एवं विवेक अग्रवाल भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि सड़क सुरक्षा समिति की विगत बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार जिले के प्रमुख भागों के ब्लैक स्पॉट खत्म करने संबंधित सड़क विभाग द्वारा की गई कार्यवाही के बारे में पालन प्रतिवेदन लेवे। उन्होंने समिति के सदस्यों के सुझाव अनुसार जिले में हो रही ऑटो और सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर मैहर, चित्रकूट और सतना सहित अन्य स्थानों पर कैंप लगाकर ऑटो चालकों की नेत्र जांच कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार हाईवे से मिलने वाले ग्रामीण मार्गों पर सिरे से 5 से 10 मीटर की दूरी पर स्पीड ब्रेकर बनाने के निर्देश संबंधित सड़क विभागों को दिए गए। कलेक्टर ने दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को अस्पताल तुरंत पहुंचाने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत करने की योजना गुड समरिटन का प्रचार-प्रसार करने और बसों में यात्री किराया सूची अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक्सीडेंटल प्रोन एरिया मैहर-अमरपाटन मार्ग होने से मैहर हॉस्पिटल में ट्रामा सेंटर की स्थापना का कार्य तेजी से पूर्ण करें।
सतना जिले में सड़कों का सबसे बड़ा नेटवर्क-पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि सतना जिले में सड़कों का सबसे बड़ा नेटवर्क है। सड़क दुर्घटना में प्रतिवर्ष 10 फ़ीसदी कमी लाने के लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। जिले में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार वाहन चालकों की 8 बिंदुओं पर पुलिस की जांच पर जोर दिया जा रहा है। जिनमें दो पहिया वाहनों की जांच में बिना नंबर का वाहन, ट्रिपल राइडिंग और चार पहिया वाहनों में काली फिल्म स्क्रीन पर मुख्य फोकस रहता है। पुलिस विभाग द्वारा ट्रैफिक के नियमों के उल्लंघन पर अब तक 53 लाख 43 हजार रुपए की सम्मन शुल्क जुर्माने की वसूली की गई है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के आईटीएमएस से शहर में 400 कैमरों से निगरानी की जा रही है और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर 200 से 250 चालान प्रतिदिन काटे जा रहे हैं।
रिजर्व इंस्पेक्टर एवं यातायात प्रभारी सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में अन्य जिलों की तुलना में सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क सतना जिले में हैं। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में 1568 घटनाओं में 430 मृत्यु, वर्ष 2020 में 1352 घटनाओं में 369 और वर्ष 2021 में 1500 सड़क दुर्घटनाओं में 393 व्यक्तियों की मृत्यु दर्ज की गई है। थाना मैहर, रामपुर बघेलान, अमरपाटन फोरलेन मार्ग के गुजरने से ज्यादा सड़क दुर्घटना वाला क्षेत्र है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया ने बताया कि मैहर हास्पिटल में ट्रामा केयर यूनिट का कार्य 6 माह में पूरा हो जायेगा। सड़कों में दुर्घटनाएं रोकने के लिए रोड साइनेस और प्रॉपर सोल्डर की आवश्यकता है। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सतना शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और सुगम यातायात के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।