शहडोल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्ट्रेट के सामने युवक की बेरहमी से पिटाई की गई। सब्जी विक्रेता ने लोहे के बाट से हमला कर दिया। वहीं, पुलिस भी सूचना के आधे घंटे बाद पहुंची। शहडोल में सब्जी विक्रेता द्वारा किए गए अचानक हमले में एक युवक बुरी तरह से घायल हो गया। किसी तरह वहां खड़े यातायात पुलिसकर्मी ने बीच-बचाव कर घायल युवक की जान बचाई और उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। वरदात संयुक्त जिला कार्यालय के गेट के सामने गुरुवार शाम को हुई।
जानकारी के अनुसार, एसपी बंगला के पीछे रहने वाला सुमित सोंधिया कलेक्ट्रेट के सामने फुटपाथ में लगने वाली सब्जी दूकान में सब्जी लेने गया था। इस दौरान सब्जी दुकानदार से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस पर दुकानदार ने उसके साथ मारपीट करते हुए लोहे के बाट से युवक के ऊपर हमला कर दिया। जब वहां समीप ही ड्यूटी पर मौजूद यातायात पुलिस कर्मी विवेकानंद तिवारी की इस पर नजर पड़ी तो वहां पहुंच बीच बचाव कर युवक की जान बचाई। साथ ही घायल को उपचार के लिए स्वयं जिला चिकित्सालय लेकर गए।
आधे घंटे बाद आई पुलिस
वहीं, घटना की जानकारी देने के करीब आधे घंटे बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस वारदात में मौके पर मौजूद यातायात पुलिस आरक्षक द्वारा पीड़ित की जान बचाई गई, वरना कोई बड़ी घटना भी हो सकती थी। पीड़ित युवक ने मदद के लिए तत्काल पुलिस को फोन भी किया। लेकिन घटना के काफी देर तक कोतवाली थाने से कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। कलेक्ट्रेट परिसर में ही पुलिस अधीक्षक का कार्यालय भी मौजूद है और मात्र दो सौ मीटर की दूरी पर एडीजीपी कार्यालय भी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कार्यालय के समीप इस प्रकार की घटना होना और सूचना के बाद भी पुलिस का मौके पर न पहुंचना लोगों में भय और आशंका पूर्ण वातावरण को जन्म देता है। यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी कई बार शहर के विभिन्न स्थानों पर मारपीट किए जाने और लोगों से जागृति किए जाने की वारदातें हो चुकी हैं। लोगों द्वारा पुलिस को सूचना तो दी जाती है, लेकिन पुलिस आराम से तब पहुंचती है, जब पूरा मामला ठंडा पड़ जाता है। यदि यही रवैया रहा तो किसी भी दिन शहर के किसी भी हिस्से में कोई बड़ी वारदात हो सकती है।