रीवा/ कलेक्टर इलैयाराजा टी जहां लगातार त्योंथर में पकड़ी गई यूपी की 500 क्विंटल धान पर बड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन एक बार फिर पटवारी सहित समिति प्रबंधक को क्लीन चिट देने में उतारू हो गया है। यही कारण है कि उक्त कार्रवाई के तकरीबन 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी एसडीएम त्योंथर यह पता लगाने में नाकाम साबित हुए हैं कि आखिरकार उक्त धान को कौन लेकर धान खरीदी केंद्र पर आया था। ग्रामीणों द्वारा धान की खरीदी बिक्री करने वाले कुछ लोगों के नाम जरूर बता दिए गए थे। बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्रों का दावा है कि बीती रात धान खरीदी बिक्री करने वाले दलालों द्वारा धान को मौके से गायब करने का प्रयास किया गया था, हालांकि सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सोहागी थाना प्रभारी पवन शुक्ला द्वारा उक्त धान को ट्रक में लोड करा कर वेयरहाउस में सुरक्षित रखवाया गया है। एक बार फिर इस बात पर सबकी निगाहें टिक गई है कि प्रशासन मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगा या फिर अन्य मामलों की तरह इसे भी ठंडे बस्ते में डाल देगा।
पटवारी को अभयदान
एसडीएम त्योंथर संजीव पांडे ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है, जबकि हकीकत यह है कि यूपी से आने वाली धान संबंधित खरीदी केंद्र में पंजीकृत किसानों के नाम पर ही बेची जानी थी। उक्त पंजीयन किसी और ने नहीं बल्कि पटवारी हल्का सोनोरी ने ही की थी। बावजूद इसके पटवारी पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। बता दें कि पूर्व में भी किसानों की जमीन में धान बोने की जानकारी गलत तरीके से फीड करने की शिकायत किसानों द्वारा कलेक्टर रीवा को की गई थी उक्त मामले में जांच भी कराई गई थी जिसमें पटवारी दोषी पाया गया था।