रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित 12वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान 3 छात्रों के पास नकल सामग्री मिलने पर रीवा डीईओ ने बड़ी कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग के सूत्रों का दावा है कि परीक्षा ड्यूटी में तैनात पर्यवेक्षक देववती साकेत को डीईओ जेपी उपाध्याय ने निलंबित कर दिया है। साथ ही दोषी शिक्षक को संबंधित विद्यालय से हटाकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नईगढ़ी नियत किया है। डीईओ ने कहा है कि निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। इसी तरह बधाों के पठन-पाठन में रूचि न लेने वाले 7 स्कूलों के 64 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मिली थी नकल सामग्री
21 फरवरी को डीईओ जेपी उपाध्याय के निरीक्षण के दौरान शासकीय हायर सेकंडरी उमा विद्यालय रतनगवां क्रेन्द्र क्रमांक 321053 में तीन छात्रों के पास से नकल सामग्री मिली थी। उक्त परीक्षा केंद्र के कक्ष क्रमांक 5 में पर्यवेक्षक कार्य में देववती साकेत प्राथमिक शिक्षक शासकीय हाई स्कूल बराती संकुल शासकीय उमावि खैरा कनकेसरा को तैनात किया गया था। आरोप है कि प्राथमिक शिक्षिका द्वारा कक्ष में छात्रों के बैठते समय विधिवत तलाशी नहीं ली थी। नतीजन तीन छात्रों के पास से गठित पैनल ने नकल सामग्री जब्त कर प्रकरण दर्ज किया।
शिक्षकों को नोटिस
डीईओ ने बताया कि राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देश पर गत 17 से 19 फरवरी के बीच में 7 स्कूलों के शैक्षणिक गुणवत्ता की जांच में खरी नहीं उतरी थी। ऐसे में शासकीय उमावि रायपुर सोनौरी, शासकीय उमावि सोहागी, शासकीय हाई स्कूल अमिलकी, शासकीय माडल बेसिक रीवा, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय शिवराजपुर, शासकीय उत्कृष्ट उमावि हनुमना, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सगराकला हनुमना की सघन जांच की थी। इन विद्यालयों के शिक्षकों ने बच्चों के पठन-पाठन में रूचि नहीं ली।जिससे 7 स्कूलों के 64 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी की है।