मास्टरमाइंड रत्नाकर जिला जेल में बंद बबीता तिवारी से मिलने के लिए पहुंचा था कटनी
कटनी/सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शादी तय कर धोखाधड़ी और ठगी करने वाले गिरोह के मामले में कैमोर पुलिस द्वारा मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी दीपक रत्नाकर निवासी सतना को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी सिर और दाढ़ी मूंछ के बाल का मुंडन कराकर वेश बदलकर कटनी पहुंचा था।
आरोपी अपनी पहचान छुपा जिला जेल में बंद बबीता तिवारी से मिलने के लिए कटनी आया हुआ था। दीपक रत्नाकर (28) पिता शिवराम रत्नाकर मूलतया ग्राम मझियार थाना रामपुर बघेलान जिला सतना का रहने वाला है जो विगत कुछ वर्षों से सतना नगर में कोलगवां थाना अंतर्गत हवाई पट्टी के पास आदर्श नगर में रहने लगा था। इसकी उक्त गिरोह में सबसे प्रभावी भूमिका रहती थी, जगह-जगह शादी व विवाह के नाम पर ठगी करने के लिए फर्जी वधू , फर्जी मां , फर्जी मामा को लेकर वर पक्ष के घर पहुंचता था और शादी तय हो जाने के बाद आर्थिक स्थिति खराब पता कर फर्जी भाई बनकर ठगी करता था। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी दीपक रत्नाकर का पुलिस रिमांड लिया जाकर पूछताछ की जा रही है।
पाटन पुलिस ने दबोचा
इस बीच पाटन पुलिस के द्वारा कैमोर थाने पहुंचकर पकड़े गए आरोपी दीपक रत्नाकर की गिरफ्तारी की गई है, साथ ही पाटन पुलिस द्वारा न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी विजयराघवगढ़ के न्यायालय में उपस्थित होकर कटनी जेल में निरुद्ध अन्य आरोपित बबिता तिवारी, केशव प्रसाद साकेत, अरुण तिवारी, मनसुख रैकवार एवं शिवानी त्रिपाठी की जेल में गिरफ्तारी करने की अनुमति प्राप्त की गई है।
गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक कटनी सुनील कुमार जैन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कटनी मनोज कुमार केडिया के निर्देशन में टीआई कैमोर अरविंद जैन और उनके स्टॉफ के द्वारा ग्राम बड़ारी निवासी जगदंबा प्रसाद दीक्षित के साथ एक लाख चौबीस हजार रूपये की ठगी व धोखाधड़ी की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए गिरोह का पर्दाफाश किया। सतना निवासी फर्जी मां बबीता तिवारी, फर्जी मामा केशव प्रसाद साकेत, फर्जी दो वधू एवं दो दलाल अरुण कुमार तिवारी व मनसुख रैकवार को गिरफ्तार किया जा चुका है। उक्त गिरोह का मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी दीपक रत्नाकर निवासी सतना वारदात के खुलासे के बाद से अपने निवास से फरार चल रहा था, कैमोर पुलिस द्वारा लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही कर पतासाजी की जा रही थी। सुबह टीआइ कैमोर अरविंद जैन प्रधान आरक्षक प्रेम शंकर पटेल, आरक्षक सनिल स्वर्णकार, महिला आरक्षक भावना तिवारी ने साइबर सेल की मदद से जानकारी एकत्र की। जिसके बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा ।