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कई राज्यों में की वारदात, गिरोह के हत्थे चढ़े 8 शातिर बदमाश
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पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने वारदातों का खुलासा
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बदमाशों के पास से 3 लाख रूपये का सामान बरामद
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जो गांव में जाकर भोली भाली महिलाओं से उनके सोने चांदी के जेवर चमकाने के बहाने हेराफेरी कर भाग जाते थे। ऐसे गिरोह के आठ सदस्यों को पुलिस ने प्रयागराज व रीवा से गिरफ्तार किया है जोकि बिहार के बेगूसराय और खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। ये गिरोह उप्र के समस्तीपुर, गाजीपुर, प्रयागराज के साथ मप्र के रीवा व सतना जिले में एक्टिव थी। इन आरोपितों से घटना में प्रयोग की गई दो मोटरसाइकिल, सोने चांदी के जेवर, गैस सिलेंडर सहित सोने-चांदी के नकली जेवरात भी बरामद किए गए हैं जिनकी कीमत पुलिस ने तीन लाख रुपये बताई है।
यह है मामला
घटना थाना सभापुर में ग्राम तुकहा की है। जहां पर दो अज्ञात व्यक्तियों दवारा पीड़ित अकरम खान पिता सिफायत खान से सोना साफ करने के बहाने से धोखाधड़ी कर ध्यान भटका कर सोना लेकर फरार हो गए थे। यह सूचना प्राप्त कर थाना सभापुर में अपराध कर जांच में लिया गया। घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर जिलों के सभी थानों में वाहन चैकिंग व नाका लगाया गया। इसी दौरान धारकुण्डी थाने अंतर्गत वाहन चेकिंग के दौरान में दो संदिग्ध व्यक्ति पल्सर मोटर साइकिल से आ रहे थे। जो पुलिस को देखकर अपनी बाइक ही छोड़ कर भीड़ कर सहारा लेकर भाग निकले।
वाहन चैकिंग के उपरांत दोनों व्यक्ति के न आने पर थाना प्रभारी धारकुंडी आशीष धुर्वे के द्वारा यह जानकारी पुलिस अधीक्षक सतना के संज्ञान में लाकर निर्देश प्राप्त कर वाहन की तलासी ली गई। इस दौरान वाहन के सीट कवर के नीचे तलासी के दौरान कुछ दस्तावेज जिसमें आधार कार्ड की फोटो कापी मिली जो कि बिहार का होना पाया गया। संबंधित आधार कार्ड की जानकारी से कुंडली खंगालते हुए सायबर शाखा सतना के माध्यम से आरोपियों का राज्य स्तरीय गिरोह का पता लगाया गया जिसे पुलिस टीम ने प्रयागराज व कटरा ( रीवा ) से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ में प्रयुक्त वाहन, हेरा फेरी किया गया सोना एवं अन्य सामग्री जब्त की। इसके साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जा रहा है।
सड़कों में करते हैं खिलोने बेचने का काम
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि यह गैंग बेगुसराय की रहने वाली है जिनके सदस्य साह समुदाय से हैं जो कि सड़कों और चौराहों में खिलौने बेचने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। जो समस्तीपुर, गाजीपुर, प्रयागराज, उप्र के अन्य कुछ जिले के साथ मध्य प्रदेश के रीवा व सतना जिले में एक्टिव थे। पुलिस इनकी रिमाण्ड ले कर गिरोह के अन्य सदस्यों की भी जानकारी जुटाने की कोशिश में है।
गहने सफाई के नाम पर करते थे वारदात
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह के सदस्य मोती की माला, गिलिट के सोना चांदी बेचने, साफ सफाई करने का काम करने के बहाने ध्यान भटका कर उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीण इलाको में भोली-भाली जनता को सोना चांदी साफ कराने के बहाने गांव एवं शहर में रैकी कर कैमरे आदि से बचने के रास्ते तलाश कर हाथ की सफाई कर ठग लेते थे। ये किसी बहाने से सोना चांदी बदलकर नकली सोना चांदी रख देते थे। और मौका देखकर फरार हो जाते थे।
इन्हें किया गिरफ्तार
पकड़े गए आरोपियों में बिहार के मोतीलाल साह पिता रामदेव साह उम 20 साल निवासी बऊहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, राजकुमार पिता ब्रह्मदेव साह उम 22 साल निवासी बेला सेमरी थाना गगोर जिला खगड़िया, राजकुमार साह पिता शंकर साह उन्म 22 साल निवासी बउहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, गोविंद साह पिता बालेश्वर साह उम 21 साल निवासी नावकोठी थाना नावकोठी जिला बेगूसराय, त्रिभुवन पिता पिता तारनी साह उम साल निवासी बहारा याना बखरी जिला बेगूसराय, शंकर साह पिता तारनी साह उम साल निवासी बहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, छोटू उर्फ अभिषेक साह पिता त्रिभुवन निवासी बड़हारा थाना बखरी जिला बेगूसराय और राजू साह पिता कुसी साह निवासी जिला बेगूसराय शामिल है। जो किराए से रहकर वारदातों को अंजाम दिया करते थे।