सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना जिले के उचेहरा ब्लाक अंतर्गत आने वाले पिथौराबाद ग्राम पंचायत के अतरवेदिया खुर्द गाँव के आखिरी छोर में निकली बरगी नहर में दर्जनों आवारा मवेशियों को अज्ञात किसानों द्वारा ढकेल कर उन्हें वहां मरने के लिए छोड़ दिया गया है । वह कहीं निकल कर जा न पाए इसके लिये नहर में दोनों तरफ बाड़ भी लगा दी है। ऊपर से नीचे नहर में धकेले जाने के बाद चोटिल गौवंश को सीमेंट युक्त पक्की नहर में चारा की व्यवस्था न होने से यदि उन्हें न निकाला गया तो कुछ दिनों में उनकी असमय मौत होना सुनिश्चित है और इन किसानों समेत प्रशासन गौहत्या का दोषी होगा !
करोड़ो के बजट से गाँव के आखिरी छोर महाराजपुर मार्ग पर दो वर्ष से एक गौशाला निर्माणाधीन है। पर सरपँच सचिव की अनदेखी एवं निष्क्रियता से बेहत धीमी गति से निर्माण कार्य हो रहा है । जब कि गाँव में आवारा मवेशियों की संख्या बहुत अधिक है और बाहर के लोग भी अपने गाँव के आवारा पशुओं को कुलगढ़ी जलाशय के ऊपरी मैदान में यहां छोड़ जाते हैं जो पिथौराबाद अतरवेदिया गाँव के खेतों में आकर किसानों की फसल चरते हैं ! फसलों की सुरक्षा करने के नाम पर किसान अमानबीयता की सारी हदें पार करते जा रहे हैं। प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक एवं जिला प्रशासन से आग्रह है कि इन्हें असमय तड़प-तड़प कर मरने से बचाएं और स्वयं भी इन मूक पशुओं की हत्या के अवांछित पाप से बचें !