उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ अक्टूबर में शुरू होने वाली बाघों की चार वर्षीय गणना के लिए तैयारी शुरू हो गई है। शुक्रवार से उमरिया जिले के ताला में दो दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। कार्यक्रम में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया, कटनी, वन विकास निगम, सामान्य वन मण्डल, उमरिया शहडोल तथा अनूपपुर के अधिकारी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक सबसे पहले मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो आगे अपने-अपने विभागों के जमीनी अमले को ट्रेनिंग देंगे। नेशनल पार्क के क्षेत्र संचालक विंसेन्ट रहीम ने बताया कि पूरे देश मे बाघों की गणना का कार्य अक्टूबर 2021 से प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं।
मोबाइल एप से होगी गणना
प्रदेश मे पहली बार बाघों की गणना मे कागजों का इस्तेमाल नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार इस बार सारी कार्यवाही एम स्ट्राइब मोबाईल ऐप के जरिए होगी। जंगलों मे बाघों की गणना सबंधी सूचना साफ्टवेयर में उपलब्ध फार्म मे दर्ज होगी। परंपरागत तरीकों के अलावा बाघ संभावित क्षेत्रों मे 2 किमी की ग्रिड बना कर 25-25 दिनो के लिये ट्रैप कैमरे स्थापित किये जायेंगे। इस पूरी कवायद के दौरान जो भी फोटो एवं जानकारी सामने आयेगी उसे संकलित कर वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजा जाएगा। चार साल पहले हुई थी गिनतीः इससे पहले देश मे बाघों की गिनती वर्ष 2018 मे हुई थी। यह गणना प्रत्येक 4 वर्ष मे की जाती है। गणना की कार्यवाही 2022 के पूर्व ही प्रारंभ हो जायेगी। क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम ने बताया कि यह एक लंबी प्रक्रिया है। बाघ विचरण क्षेत्रों से संकलित जानकारी देहरादून पहुंचने के बाद डाटा का वैज्ञानिक तरीके से परीक्षण किया जाता है। जिसके बाद ही सही गणना के आंकड़े जारी किये जायेंगे।