पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ पन्ना टाइगर रिजर्व में सैलानियों को बाघों के दीदार तो हो ही रहे हैं किंतु सबसे बड़ी बात यह है कि वर्तमान में बाघ कभी पानी में तैरते मिल रहे हैं तो कभी अपने शावको के साथ मस्ती करते दिख रहे हैं। इसी टाइगर रिजर्व में एक बाघ अनाथ हुए अपने चार शावकों को पाल रहा है और वह उनकी मां का दायित्व निभा रहा है। यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है क्योंकि बाघ अक्सर ऐसा नहीं करते हैं।
पन्ना टाइगर रिजर्व में 2 दिन पूर्व नागपुर के एक सेनानी को बाघ का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला जिसमें वह अपने दो शावको के साथ अठखेलियां करती नजर आई तो दूसरे दिन पर्यटक राघवेंद्र शर्मा थाना प्रभारी लोड़ी, जिला छतरपुर को बाघ का अद्भुत नजारा दिखा जिसे उन्होंने अपने कैमरे में कैद कर लिया।
जब वह टाइगर रिजर्व के अंदर बहने वाली केन नदी के पास से निकल रहे थे तभी उनकी नजर पानी में हो रही कुछ हलचल पर गई तो देखा एक बाघ पी 141 पानी में मस्ती से तेर रहा है। यह नजारा देख उनका मन प्रफुल्लित हो गया और उन्होंने तुरंत अपना कैमरा निकाल कर इस क्षण को कैद करने में लग गए।
बताया जाता है ऐसे अद्भुत नजारे बहुत ही कम सैलानियों को देखने को मिल पाते हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार मिश्रा ने बताया कि यहां आने वाले सैलानियों को अक्सर ही बाकी दीदार हो जाते हैं वर्तमान में इस टाइगर रिजर्व में 70 से अधिक बाघ व उनके शावक है। पन्ना टाइगर रिजर्व मध्यप्रदेश के पन्ना व छतरपुर जिले के 570 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1981 में स्थापित किया गया था व वर्ष 1994 में टाइगर रिजर्व का दर्जा प्राप्त हुआ था।