छतरपुर, महाराजपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सेवा सहकारी समिति टटम में बने गेहूं खरीद केंद्र पर कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन किया जा रहा है। वहीं समिति प्रबंधक ने श्रमिकों व किसानों को न मास्क दिए हैं न केन्द्र पर सैनिटाइजर रखा है।
कोरोना महामारी से लोग परेशान हैं। वहीं अन्नदाता भी मुश्किलों को झेलकर किसी तरह फसल तैयार करके उसे समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए खरीदी केंद्र तक लेकर आए है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद अपनी जान हथेली पर रखकर टटम खरीद केंद्र पर आने वाले किसानों को यहां तमाम असुविधाओं सहित कोरोना वायरस से बचाव के लिए न तो मास्क दिए गए हैं न कही सैनिटाइजर रखा है। न ही यहां दो गज की दूरी के नियम का पालन किया जा रहा है। सब कुछ ऐसे चल रहा है मानो टटम में कोरोना के संक्रमण का जरा भी खतरा न हो। इतना ही नहीं टटम समिति के प्रबंधक गौरीशंकर अरजरिया कोरोना को लेकर इतने लापरवाह हैं कि वे कोरोना का लोगों को बेवजह उलझाने और परेशान करने वाला बताते हैं। संभवतः प्रबंधक ने अपनी इसी सोच के चलते खरीद केंद्र पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क, सैनीटाईजर की कोई व्यवस्था नहीं की न ही वे यहां दो गज की दूरी का ध्यान रखने के बारे में सतर्क हैं। केन्द्र पर काम करने वाले श्रमिकों व किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधक शासन की गाइडलाइन को न मानकर खुद के नियम बनाकर काम कर रहे है।
केन्द्र पर छाया, पानी, बारदाना नहीं
सेवा सहकारी समिति टटम में बनाए गए खरीद केन्द्र पर कड़ी धूप में बैठे किसानों के लिए न छाया की गई है, न पीने की पानी की व्यवस्था है। इतना ही नहीं यहां किसानों के लिए बारदाना ही नहीं है। जबकि प्रबंधक अपने चहेते व्यापारियों को सही समय पर बारदाना उपलब्ध करा देते हैं। दरअसल इसके बदले व्यापारियों से सुविधा शुल्क भी ली जाती है। किसानों का कहना है कि जब बड़े साहब निरीक्षण के लिए जाते हैं, तब निरीक्षण की खानापूर्ति भर की जाती है। समस्याओं का अनदेखा करते हैं और किसानों की तो बात ही नहीं सुनते हैं। कुल मिलाकर इस केन्द्र पर किसानों के लिए कोई सुविधा तो नहीं है बल्कि असुविधाओं और परेशानियों की भरमार है।