दमोह,भास्कर हिंदी न्यूज़/ नाबालिग बेटा, बेटी का विवाह करना अपराध की श्रेणी में आता है इसके बाद भी लोग यह अपराध करते हैं। खाासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह जैसी परंपरा नहीं रुक पा रहा है। मंगलवार को देहात थाना क्षेत्र के बांसा गांव में भी दो नाबालिगों के विवाह संपन्न होने वाले थे।
जिसकी सूचना मिलते ही जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रदीप राय व महिला सशक्तिकरण अधिकारी संजीव मिश्रा के निर्देशन में यह विवाह रुकवाए गए। बाल संरक्षण अधिकारी अखिलोश चौबे ने बताया कि बांसा गांव में दो नाबालिग कि शोरियों के विवाह संपन्न होने की जानकारी आई थी।
उन्होंने वरिष्ट अधिकारियों को सूचित कि या और उन्ही के निर्देशन में पर्यवेक्षक मालती कु र्मी, विशेष कि शोर पुलिस इकाई से प्रतिभा चौबे, कार्यकर्ता विनीता राजपूत, शिक्षक सुखदीन वंशवर्ती के साथ मिलकर यह विवाह रुकवाए गए और बच्चियों के स्वजनों को समझाइश दी गई कि बालिग होने पर ही वह विवाह करें। स्वजन बात मानने तैयार हुए और विवाह रोक दिए।