शहडोल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा मुस्तैदी के साथ सड़क पर जो अमला लोगों की जान माल की सुरक्षा में जुटा हुआ है तो वह है पुलिस विभाग का अमला। जहां अस्पतालों में डॉक्टर व स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ अपना जी जान लगाकर मरीजों की परवाह करते हुए उनकी जान बचाने में जुटे हैं तो वहीं सड़कों पर पुलिस के अधिकारी व जवान पूरी तन्मयता व मुस्तैदी के साथ अपनी डयूटी निभा रहे हैं। तीन शिफ्ट में बराबर सेवाएं देते हुए इनके मन में किसी तरह का मलाल नहीं है। इनके भी घरों में परिवार के लोग बीमार हो रहे हैं इनको भी कई तरह की समस्याएं आ रही हैं पर इन सबको दरकिनार कर पुलिस के जवान अपना काम बखूबी कर रहे हैं।
भूखों को भी खिला रहे हैं खानाः चौराहों पर तैनात रहने वाले पुलिस के अधिकारी और जवान इस बात का भी ख्याल रख रहे हैं कि कोई भूखा न रहे। दोपहर के समय हर चौराहों पर पुलिस के वाहन से भोजन के कुछ पैकेट पहुंचा दिए जाते हैं यह पैकेट उन लोगों के लिए होते हैं जो किसी कारण अपनी भूख मिटाने के लिए रोटी की जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। इस तरह से पुलिस अपना पालनहार का भी रूप इन दिनों दिखा रही है।
मां थीं बीमार तो अपने साथ ले आई
महिला आरक्षक प्रतिभा ने बताया कि उनकी मां गांव में बीमार चल रही थीं उनकी देखभाल ठीक से नहीं हो पा रही थी तो मैंने मां को अपने साथ रखना ही उचित समझा। प्रतिभा ने बताया कि उनको शहडोल ले आई हूं और अब जब ड्यूटी से जाती हूं तो उनको दवा देती हूं उनकी चिंता करती हूं उनकी हालत में भी सुधार होने लगा है।
खुद पॉजिटिव पर चिंता ड्यूटी की
यातायात पुलिस आरक्षक रवि दोहरे इन दिनों खुद पॉजिटिव हैं। ड्यूटी के दौरान किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण खुद पॉजिटिव हो गए। अपने घर में ही रहकर इलाज ले रहे हैं लेकिन चिंता उनको इस बात की है कि वे कितनी जल्दी ठीक हों और फिर से अपनी ड्यूटी पर आकर अपने कर्तव्य को ईमानदारी के साथ करें।
इनका कहना है
जिले का हर थाना प्रभारी, अधिकारी व जवान इस समय पूरी मुस्तैदी व ईमानदारी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहा है। कई अधिकारी व जवान पॉजिटिव भी हुए हैं पर ठीक होकर वे फिर से अपनी ड्यूटी पर आकर तन मन से सेवा कर रहे हैं।
मुकेश वैश्य,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल