Corona vaccine udete:digi desk/BHN/ कोरोना महामारी एक बार फिर बेकाबू होती जा रही है। इस बीच दुनियाभर में अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन भी लगाई जा रही है। अमेरिका से संकेत हैं कि अब इस टीकाकरण अभियान में बच्चों की बारी भी जल्द आने वाली है। यहां फाइजर इंक और जर्मन पार्टनर बायोटेक एसई ने 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में अपने सीओवीआईडी -19 वैक्सीन का परीक्षण शुरू किया। कंपनी की प्लानिंग है कि इस साल ट्रायल पूरा कर 2022 से बच्चों को भी टीके लगाना शुरू कर दिया जाए। फाइजर के प्रवक्ता शेरोन कैस्टिलो ने बताया, प्रारंभिक चरण के परीक्षण में पहले बुधवार को अपना पहला इंजेक्शन दिया गया। अब तक Pfizer / BioNTech वैक्सीन को 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए मंजूरी मिली है। अमेरिका में अब तक लगभग 66 मिलियन टीके लगाए जा चुके हैं। यहां मॉडर्ना पहले ही बच्चों के लिए ट्रायल शूरू कर चुकी है। इसी तरह Johnson & Johnson ने भी 12 साल से 18 साल के किशोरों पर वैक्सीन के ट्रायल का ऐलान कर चुकी है। इसी महीने ट्रायल शुरू हो सकता है।
भारत में भी यही सवाल, बच्चों के लिए कब आएगी कोरोना वैक्सीन
भारत में स्वदेशी वैक्सीन के जरिए कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। यहां भी सवाल उठे हैं कि बच्चों को वैक्सीन कब लगाई जाएगी। हालांकि अभी सरकार का पूरा ध्यान जरूरतमंदों तक वैक्सीन पहुंचाने का है। अब तक की व्यवस्था के मुताबिक, 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इस चरण के बाद आम लोगों का नंबर आएगा। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत अधिक होती है, इसलिए उन्हें अभी वैक्सीन की जरूरत नहीं है। यह भी सच है कि बच्चों के लिए टीके का नए सिरे से ट्रायल करना होगा। यानी भारत में तो अभी बच्चों के लिए कोरोना टीकाकरण दूर है।