- पुजारी और प्रबंध समिति ने कहा, वर्षों से जस की तस
- मंदसौर विधायक विपिन जैन ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
- आर्कियोलोजिकल विशेषज्ञ कर चुके हैं करार की जांच
Madhya pradesh mandsaur sawan somwar crack in idol of pashupatinath in mandsaur management said it has remained same for many years: digi desk/BHN/मंदसौर/ अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ महादेव की मूर्ति को लेकर पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने एक्स पर पोस्ट कर हलचल मचा दी है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि भगवान पशुपतिनाथ महादेव की मूर्ति के ऊपर वाले मुख में दरार पड़ गई है। इसमें मुख्यमंत्री और कलेक्टर को टैग भी किया।
कांग्रेस विधायक ने लिखा सीएम को पत्र
मंदसौर के कांग्रेस विधायक विपिन जैन भी मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर कहा है कि भगवान पशुपतिनाथ की अलौकिक अष्टमुखी मूर्ति के शीर्ष पर दरार पड़ने एवं उसके क्षरण की जानकारी प्राप्त हुई है।
वर्तमान में यहां पर शासन द्वारा 25 करोड़ रुपये में पशुपतिनाथ लोक का निर्माण भी किया जा रहा है। भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति पर दरार पड़ना अत्यंत चिंताजनक है। क्षरण को रोकने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों व मूर्तिकला के जानकारों की संयुक्त टीम गठित करें।
प्रबंधन ने कहा- पहले से दरार
हालांकि मंदिर के पुजारी और प्रबंध समिति के पदाधिकारी कह रहे हैं कि यह दरार मूर्ति में वर्षों पहले से है। इसे विशेषज्ञ भी देख चुके हैं और यह न घटी, न ही बढ़ी है।
मंदिर प्रबंध समिति के प्रबंधक राहुल रुनवाल ने कहा कि यह दरार बहुत पहले से है। इस बारे में मंदिर समिति ने आर्कियोलोजिकल विशेषज्ञों को बुलाकर दिखाया था। नीचे के मुख पर मरम्मत भी करा चुके हैं।
पुजारी ने कहा कई सालों से दरार, न बढ़ी-न घटी
मंदिर के पुजारी राकेश भट्ट ने बताया कि मैंने जब से यहां पूजा-पाठ शुरू की है, तब से यह दरार देखता आ रहा हूं। मुख्य पुजारी कैलाशचंद्र भट्ट ने बताया कि कई वर्षों ये यहां सेवा, पूजा, अर्चना कर रहा हूं। मूर्ति में ऊपर दरार प्रारंभ से ही देखते आ रहे हैं। यह न तो घटी हैं और न बढ़ी हैं। शिवना नदी में लगभग 700 से 800 साल तक मूर्ति रही है। पानी, बाढ़ व अन्य कारणों से मूर्ति पर जो निशान बने हैं, वह हैं। क्षरण नहीं हो रहा हैं।