- सीहोर में बुधनी के पास ट्रेन के चपेट में आया बाघ
- टक्कर में एक बाघ की मौत, दो शावक हुए घायल
- जांच के लिए भोपाल से वन विभाग की टीम रवाना
Madhya pradesh sehore sehore news tiger died and two cubs were injured after being hit by a train in budhni :digi desk/BHN/सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी क्षेत्र में मिडघाट रेलवे ट्रैक पर पहाड़ी नाले के पास सोमवार सुबह ट्रेन की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गई और दो शावक घायल हो गए। भोपाल से बुलाई गई वाइल्ड लाइफ चिकित्सकों की टीम दोनों शावकों का उपचार करने में जुटी है।
घटना स्थल के पास रातापानी अभयारण्य का क्षेत्र है। संभावना जताई गई है कि बाघ विचरण करते हुए यहां तक पहुंच गए। सुबह जब बाघ का शव और दोनों शावकों के घायल पड़े होने की सूचना वन विभाग को मिली तो अधिकारियों ने टीम के साथ पहुंचकर रेस्क्यू किया।
माना जा रहा है कि तीनों ट्रैक पर जा रहे होंगे और ट्रेन की चपेट में आ गए। डीएफओ एसएस डाबर ने बताया कि टीम ने रेस्क्यू किया है। मौके पर डाक्टर्स की टीम पहुंची और शावकों का उपचार किया जा रहा है। बता दें कि मिडघाट के इस रेलवे ट्रैक पर पहले भी कई बार जंगली जानवर हादसे का शिकार हो चुके हैं। पिछले दो साल में ही बाघ, तेंदुआ और भालू समेत करीब एक दर्जन जंगली जानवर ट्रेन की चपेट आ चुके हैं।
संख्या बढ़ी, लेकिन सुरक्षा नहीं
2023 की गणना के हिसाब से मध्य प्रदेश में 785 बाघ हैं और इस संख्या के कारण प्रदेश टाइगर स्टेट है, लेकिन वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं। प्रदेश बाघों की मौत के मामले में भी नंबर एक पर है। 2023 में प्रदेश में 181 बाघों की मौत हुई थी, वहीं इस वर्ष अब तक 23 से ज्यादा बाघ मर चुके हैं।
हालांकि बाघों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है। बाघों के लिए आरक्षित क्षेत्र के साथ अभयारण्य और कारिडोर का निर्माण करने का सुझाव विशेषज्ञ दे चुके हैं लेकिन इस दिशा में कदम नहीं उठाया गया है।