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Satna: कृषि पखवाड़े के तहत उदयपुर में हुई किसान संगोष्ठी


सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शासन द्वारा संचालित कृषि पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत मैहर जिले के ग्राम उदयपुर के किसानों की संगोष्ठी में खरीफ फसलों में बीमारियों के उपचार बताये गये। इस दौरान खेत का भ्रमण भी किया गया। संगोष्ठी में किसानों को मिट्टी परीक्षण के लाभ से अवगत कराते हुए रबी फसलों की उन्नत किस्मों, फसल बीमा के फायदे, कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बीज उपचार के लाभ एव बीज उपचार हेतु फसल वार दवाइयों की जानकारी के साथ साथ प्राकृतिक खेती में बीजामृत,जीवामृत बनाने की विधि एव उपयोग के तरीकों की जानकारी दी गई।
संगोष्ठी कार्यक्रम में एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक कृषि संकाय के डॉ. डीपी चतुर्वेदी, एसएडीओ कृषि विष्णु त्रिपाठी, एईओ अखिलेश सिंह, राजीव तिवारी, कु आकांक्षा सिंह, कु संध्या सिंह, सेवा निवृत्त कृषि अधिकारी एमएल सिग्रौल ने किसानों को कृषि योजनाओं की जानकारी देकर किसानों के प्रश्नों का समाधान किया गया। इस कार्यक्रम में 60 किसानों की सहभागिता रही। जिसमे 40 कृषक अनुसूचित जाति वर्ग के 20 कृषक, सामान्य वर्ग से कार्यक्रम में 12 महिला किसानों की सहभागिता रही। संगोष्ठी में 15 किसानों द्वारा रबी 2024 में उन्नत बीज प्राप्त करने हेतु ऑनलाइन पंजीयन मौके पर ही कराया गया।

पोषण मेला में बघेली व्यंजनों की रही धूम
जिला स्तरीय पोषण मेला सह व्यंजन प्रतियोगिता संपन्न

पोषण माह के अंतर्गत जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग सतना द्वारा गुरूवार को जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय सतना में जिला स्तरीय पोषण मेला सह व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में आयाजित पोषण मेले में महिला बाल विकास की सोहावल परियोजना सतना शहरी परियोजना क्रमांक-1 और 2 की सुपरवाइजर और आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं हितग्राहियों ने पोषण युक्त खाद्यान्नों, फलों एवं सब्जियों के बघेली और मोटे अनाज के बने देशी व्यंजनों के स्टाल भी लगाये।
पोषण मेला सह व्यंजन प्रतियोगिता में लगभग 60 स्टालों में पौष्टिक और देशी बघेली व्यंजनों की धूम रही। मीडिया इन्फ्लुएंसर की जूरी ने इनमें व्यंजन की प्रस्तुति, न्यूट्रिशन वैल्यू और स्वाद के आधार पर मूल्यांकन किया। प्रतियोगिता में महुआ, मुनगा, कद्दू, मोटे अनाजों में समा, कोदो, कुटकी, ज्वार, मक्का, जौ सहित विभिन्न पौष्टिक फलों और सब्जियों के बघेली व्यंजनों की भरमार रही। प्रतियोगिता में परियोजना सोहावल को प्रथम, सतना-2 को द्वितीय और सतना-1 को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। व्यक्तिगत प्रतियोगिता की श्रेणी में सोहावल परियोजना की भंवर की स्नेहलता पाण्डेय को महुआ खीर और ज्वार की खीर के लिए प्रथम पुरूस्कार मिला। सतना क्रमांक-1 परियोजना की आंगनवाडी केन्द्र 84 की कार्यकर्ता पूनम प्रजापति को बघेली व्यंजन इन्दरहर के व्यंजनों के लिए द्वितीय पुरूस्कार तथा परियोजना सतना क्रमांक-2 की आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक-42 की कार्यकर्ता अंजनी गर्ग को पपीता का हलुआ व्यंजन के लिए तीसरा स्थान मिला। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सौरभ सिंह एवं अन्य अतिथियों ने पुरूस्कृत प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो भेट किया। इस अवसर पर पोषण मेला-सह व्यंजन प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर जनसम्पर्क अधिकारी राजेश सिंह, सहायक संचालक श्यामकिशोर द्विवेदी, परियोजना अधिकारी अभय द्विवेदी, पुनीत शर्मा, इन्द्रभूषण तिवारी, रविकांत शर्मा, डॉ. संजय पयासी, नीता श्रीवास्तव, संदीप तिवारी, शिवगोपाल जायसवाल सहित जिले के मीडिया इन्फ्लुएंसर उपस्थित रहे।

पोषण आहार में मोटे अनाज और बघेली व्यंजनों की महत्वपूर्ण भूमिका
जिला स्तरीय मीडिया इन्फ्लुएंसर कार्यशाला संपन्न

पोषण माह के दौरान महिला बाल विकास विभाग सतना द्वारा जिला स्तरीय मीडिया इन्फ्लुएंसर की संपन्न कार्यशाला में बच्चों में कुपोषण से बचाव के लिए मोटे अनाज एवं बघेली व्यंजनों की महत्वपूर्ण उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने बताया कि पोषण आहार के रूप में मोटे अनाज (मिलेट्स) फल, सब्जियों और खासकर बघेली व्यंजनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस अवसर पर सहायक संचालक श्यामकिशोर द्विवेदी, परियोजना अधिकारी अभय द्विवेदी, पुनीत शर्मा, इन्द्रभूषण तिवारी, रविकांत शर्मा, डॉ. संजय पयासी, नीता श्रीवास्तव, संदीप तिवारी, शिवगोपाल जायसवाल सहित विभाग की सुपरवाइजर, आंगनवाडी कार्यकर्तायें भी उपस्थित रही।
पोषण माह के दौरान महिला बाल विकास विभाग द्वारा जिला परियोजना स्तर और आंगनवाडी स्तर पर की जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने बताया कि पोषण माह के अंतर्गत विगत 7 वर्षों से विभाग द्वारा पोषण की जागरूकता के लिए माह भर विभिन्न कार्यक्रम 1 सितंबर से 30 सितंबर तक हर वर्ष आयोजित किये जाते है। उन्होंने पोषण माह की जन सामान्य में जागरूकता और उपयोगिता बढाने मीडिया इन्फ्लुएंसर से अपने प्लेटफार्म पर जागरूकता फैलाने की अपील की।

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