- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने विक्रमादित्य के माध्यम से अयोध्या व मध्य प्रदेश के दो हजार वर्ष के संबंधों का कराया स्मरण
- 500 वर्षों बाद फिर से एक महान अवसर आया, जब रामलला की 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा हुई, अब यह तारीख इतिहास में दर्ज हो गई है
- सीएम बोले- सप्तपुरियों में वर्णित अयोध्या मोक्षदायिनी नगरी है, यहां आकर हम सभी को अलौकिक अनुभूति हो रही है
Madhya pradesh bhopal mp cabinet minister ayodhya visit madhya pradesh government ministers take blessings of ramlala: digi desk/BHN/अयोध्या/भोपाल/ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने अपने मंत्रिमंडल के साथ सोमवार को रामलला का दर्शन किया। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विशेष विमान से 63 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री व अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेदप्रकाश गुप्त व रामचंद्र यादव ने मध्य प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हमारा सौभाग्य है, हमने आज रामलला का दर्शन किया। उन्होंने याद दिलाया कि अयोध्या और मध्य प्रदेश का संबंध दो हजार वर्ष पुराना है, जब मध्य प्रदेश से सम्राट विक्रमादित्य ने अयोध्या आकर श्रीराम जन्मभूमि का पुनरुद्धार करवाया था।
500 वर्षों बाद फिर से एक महान अवसर आया, जब रामलला की 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा हुई, अब यह तारीख इतिहास में दर्ज हो गई है। अब अयोध्या अलौकिक नगर के रूप में स्थापित हो गई है। हमने यहां आकर श्रीरामलला से आशीर्वाद लिया, जिससे हम गरीबों की सेवा कर सकें।
उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करेंगे कि यहां मध्य प्रदेश वासियों के लिए एक भवन बने। इससे मध्य प्रदेश के दर्शनार्थियों को सुविधा प्राप्त होगी। सप्तपुरियों में वर्णित अयोध्या मोक्षदायिनी नगरी है, यहां आकर हम सभी को अलौकिक अनुभूति हो रही है।
राम आए हैं राम राज्य लाएंगे
एयरपोर्ट से जब मध्य प्रदेश के कैबिनेट का प्रतिनिधि मंडल ई बस से राम मंदिर परिसर की ओर उन्मुख हुआ, तब मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राम आए हैं राम राज्य लाएंगे… की प्रस्तुति से अपनी गायकी और भक्ति का मार्मिक परिचय दिया। इस बीच मुख्यमंत्री सहित अन्य लोग जयश्रीराम का नारा लगाकर भक्ति का भाव प्रवाहित करते रहे।