corona vaccine fraud:digi desk/BHN/यदि आपके पास कोरोना की वैक्सीन बुक कराने के लिए किसी का फोन आए तो उससे अपनी जानकारी साझा न करें। कोरोना वैक्सीन को आने में भले ही अभी समय हो, लेकिन इसके नाम पर लोगों को ठगने के लिए अपराधी सक्रिय हो गए हैं। फोन पर ओटीपी मांगकर बैंक खाते से पैसा हड़पने वाले साइबर ठगों ने कोरोना वैक्सीन बुक कराने के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। राजधानी के साइबर सेल में पिछले कुछ दिनों में आधा दर्जन ऐसी शिकायतें आ चुकी हैं।
इन शिकायतों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अच्छी बात यह रही कि ठगों की बातचीत करने के तरीके ने लोगों के मन में शक पैदा कर दिया और उन्होंने अपने खाते की जानकारी और ओटीपी नंबर नहीं दिया। इससे वे फर्जीवाड़े से बच गए। गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन का फिलहाल ट्रायल ही चल रहा है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के लिए इस तरह की कोई बुकिंग नहीं की जा रही है।
ऐसे करते हैं ठगी
पुलिस के मुताबिक साइबर ठग फोन कर कहते हैं कि आपको डॉक्टर से पहले कोरोना वैक्सीन चाहिए तो आप बुक कर लें, इसके लिए कुछ अतिरिक्त चार्ज देना होगा। इसके बाद वे लोगों से बैंक खाता नंबर, पैन कार्ड और आधार कार्ड की जानकारी मांगते हैं। इसके अलावा एटीएम कार्ड का नंबर भी मांगते हैं। फिर कोरोना वैक्सीन बुक करने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर भेजा गया ओटीपी मांगते हैं और ओटीपी मिलते ही बैंक खाते से पैसा निकाल लेते हैं। ठग ओटीपी को वैक्सीन बुक होने की पुष्टि के रूप में बताते हैं और ओटीपी बताते ही पैसा ट्रांसफर हो जाता है।
लगातार सामने आ रहे मामले
1-गांधी नगर निवासी संदीप सिंह ने साइबर सेल में शिकायत की है कि उनके पास फोन आया और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने की बात कही और उनके खाते से संबंधित जानकारी ली, उन्हें बात करने के लहजे से कुछ शक हुआ तो उन्होंने काम में व्यस्त होने की बात कहकर फोन काट दिया। उसके बाद भी उसके लगातार फोन आ रहे हैं। उन्होंने इसकी साइबर सेल में शिकायत की है।
2-शाहपुरा निवासी जितेंद्र वर्मा ने शिकायत की है कि उनकी मां कोरोना संक्रमित थीं। इसी दौरान उनके पास एक अंजान नंबर से फोन आया। उसकी भाषा भी अजीब थी। उसने कोरोना संक्रमित से बचाव के लिए उसकी वैक्सीन को लगवाने की बात कहीं और कहा कि डाक्टर से पहले उनको वैक्सीन लग जाएगी। फोन करने वाला खाते से संबंधित जानकारी मांगने लगा। वह समझ गए कि यह ठग है। उसके बाद उन्होंने फोन काट दिया, उसका नंबर ब्लॉक कर दिया है। लेकिन उसके अभी भी अलग-अलग नंबर से फोन आ रहे हैं।
ठगी से बचने के लिए यह करें
- – अंजान नंबर से फोन आने पर उसकी भाषा या बोली अजीब लगे तो फोन पर ज्यादा बात नहीं करें।
- – खाता नंबर और बैंक से संबंधित कोई जानकारी फोन पर किसी से साझा नहीं करें।
- – इंटरनेट बैकिंग का उपयोग कर रहे हैं तो उसमें ऐसा खाता जोड़कर रखें, जिसमें राशि कम हो।
- – एटीएम कार्ड का नंबर व उसकी पिन की जानकारी किसी से भी साझा नहीं करें।
- – फोन पर बैंक खाता संबंधित जानकारी किसी को भी नहीं दे।