भोपाल/सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सर्वाधिक लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात में जिस तरह मध्यप्रदेश की चर्चा की। उससे मध्यप्रदेश का नाम पूरे देश में पहुंच गया है और मध्यप्रदेश की साख कई गुना बढ़ गई है। 30 जुलाई 2023 को प्रसारित मन की बात में प्रधानमंत्री ने शहडोल में कुओं के जरिए बारिश में वाटर रिचार्जिंग का जिक्र किया। उन्होंने उज्जैन में अलग-अलग शैलियों में बन रही पुराणों पर आधारित पेंटिग-की चर्चा की और बताया कि अमेरिका द्वारा भारत को लौटाई गई मूर्तियों में एक मूर्ति का नाता मध्यप्रदेश से है। शहडोल जिले के मिनी ब्राजील-विचारपुर गांव की चर्चा ने देश का ध्यान आकर्षित किया।
प्रधानमंत्री ने बताया की कटनी जिले की 3 साल की मीनाक्षी ने अपने गुल्लक के पैसे भी टीबी मुक्त भारत के अभियान में लगा दिए। भोपाल के स्टार्ट-अप कबाड़ीवाला के माध्यम से टनों ई-कचरा एकत्र करने का का जिक्र किया द्य नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो पार्क में लाए गए चीतों का नया नाम रखने के लिए लोगों से प्रतियोगिता के माध्यम से सलाह मांगी। मंडला में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के पास मौचा ग्राम पंचायत में बने अमृत सरोवर के बारे में बात की। इंदौर में तिरंगा अभियान के दौरान बनी मानव श्रृंखला की तारीफ की, जो कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गई है। इसमें 8335 लोगों ने तिरंगी टोपियां पहनकर मानव श्रृंखला के जरिए भारत का नक्शा बनाया था।
श्री मोदी ने भील जनजाति की जल संरक्षण की परंपरा का लमा की चर्चा की । पेंच टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-5 के निधन और उसे मिले स्नेहिल अंतिम संस्कार की चर्चा की । रायसेन की 4वीं की छात्रा भावना का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने भावना द्वारा भेजे गए पोस्टकार्ड की तारीफ, जिसे उन्होंने तिरंगे से सजाया था। भावना ने क्रांतिकारी शिरीष कुमार के बारे में भी लिखा था। बैगा आदिवासी नृत्य को पहचान दिलाने की दिशा में पहल करने वाले पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक अर्जुन सिंह का जिक्र किया। अर्जुन सिंह डिंडौरी जिले के वनग्राम धुरकुटा के निवासी हैं।
इसी प्रकार पूर्व में सतना के रामलोटन कुशवाहा की चर्चा, जिन्होंने अपने खेत में एक देशी म्यूज़ियम बनाकर सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है। बैतूल जिले के आदिवासी बहुल भीमपुर विकासखंड के ग्राम डुलारिया के आदिवासी ग्रामीणों से मन की बात कर कोरोना वैक्सीन के प्रति उनके संशय को दूर किया। गांव के पूर्व सरपंच किशोरीलाल धुर्वे और राजेश हिरावे से चर्चा कर सभी को टीकाकरण की समझाइश दी।
प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड के अगरोधा गांव की बबीता राजपूत की चर्चा, जिन्होंने गांव की अन्य महिलाओं के साथ मिलकर एक सूखी झील को नहर से जोड़कर पुर्नजीवित किया है। बबीताजी की महिला मंडली ने पहाड़ को काट कर 07 मीटर लंबी खाई दी, जिससे गांव के लोग पानी के संकट से मुक्त हो गए। बालाघाट जिले की चिचगांव की मीना रहंगडाले और अन्य आदिवासी महिलाओं की श्री मोदी ने सराहना की, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से उस राइस मिल को खरीद लिया जिसमें कभी वो खुद मजदूरी करती थीं। किताबों वाली दीदी के नाम से मशहूर सिंगरौली की शिक्षिका ऊषा दुबे की तारीफ की। कोरोना काल में ऊषा दुबे जी ने अपनी स्कूटी को किताबों की लाइब्रेरी बनाकर, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए आस-पास के इलाकों के बच्चों को शिक्षित किया। देवास के युवक, आशाराम चौधरी की सफलता की चर्चा, जिन्होंने कड़ी मेहनत से एम्स की परीक्षा पास कर जोधपुर एम्स में एडमिशन पाया। आशाराम के पिता कूड़ा बीनकर घर चलाते हैं।
प्रधानमंत्री ने जबलपुर के आदिवासी गोंड कलाकार भज्जू श्याम की चर्चा की जो कभी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे और तमाम मुश्किलों को परास्त कर अपनी पेंटिग्स के लिए उन्होंने पद्म पुरस्कार प्राप्त किया। भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलट के पहले बैच की फ्लाइंग ऑफिसर, रीवा की वीरांगना अवनि चतुर्वेदी का जिक्र किया। अवनि लड़ाकू विमान को उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला है। देवास जिले के गौरव ग्राम पंचायत के कामों की तारीफ की, जिन्होंने 27 कृषि सरोवर बनाकर भू-जल स्तर में बढ़ोतरी की।