सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ जिला खनिज प्रतिष्ठान ’’न्यास मण्डल’’ की बैठक गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस मौके पर वार्षिक कार्य योजना 2023-24 के लिए प्रस्तुत प्रस्तावों पर चर्चा की जाकर कार्यों की प्राथमिकता क्रम के प्रस्ताव दो-तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया। ताकि कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा सके। न्यास मण्डल की बैठक में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, सांसद गणेश सिंह, विधायक नागेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह, सिद्धार्थ कुशवाहा, कल्पना वर्मा, डीएफओ विपिन पटेल सहित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े, आयुक्त नगर निगम अभिषेक गहलोत, अपर कलेक्टर ऋषि पवार, निर्माण विभागों के विभाग प्रमुख उपस्थित थे।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. परीक्षित झाड़े ने बताया कि जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से कराये जाने वाले कार्यों के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अब तक कुल 24 करोड़ 25 लाख 93 हजार लागत के 512 कार्यों के प्रस्ताव मिले हैं। जिनमें उच्च प्राथमिकता सेक्टर 60 प्रतिशत में 12 करोड़ लागत के 351 कार्य और अन्य प्राथमिकता 40 प्रतिशत सेक्टर के 12 करोड़ 25 लाख लागत के 161 कार्य चिन्हांकित किये गये हैं। प्रस्तावों पर चर्चा के दौरान निर्णय लिया गया कि निर्धारित अनुपात 60ः40 के अनुसार सभी जनप्रतिनिधि गण कार्यों के प्राथमिकता क्रय का प्रस्ताव दो-तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराये ताकि कार्य योजना को अंतिम रूप देकर शासन की ओर स्वीकृति के लिए भेजा जा सके।
सांसद श्री सिंह ने कहा कि जिले में भवन विहीन ग्राम पंचायत, स्कूल, आंगनवाड़ी, राशन दुकान के कार्य हमारी प्राथमिकता में होने चाहिए। इसके अलावा ऐसे कार्य लिये जाये जो अन्य किसी योजना या शासकीय मदों से नहीं कराये जा सकते। उन्होंने सभी विधायक गणों से अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों की नगर परिषदों में एक-एक नग अस्पतालों में डीप फ्रीजर की उपलब्धता रखने की सलाह भी दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि खनिज मद के स्वीकृत हैण्डपम्पों का खनन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग नहीं करा पा रहा है। इस स्थिति में हैण्डपम्प खनन की एजेंसी पंचायतों को बनाया जाये। सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि खनिज प्रतिष्ठान मद में 2017-18 से वर्ष 2022-23 तक की अनुमोदित कार्य योजना में 256 करोड़ 1 लाख रूपये लागत के 4666 कार्य अनुमोदित किये गये। जिनमें 187 करोड़ 16 लाख लागत के 2407 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। अनुमोदित कार्य योजना में 21 करोड़ 9 लाख लागत के 309 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी होना शेष है। जनवरी 2023 की न्यास मण्डल की बैठक में अनुमोदित 674 कार्यों में से 417 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृतियां जारी कर दी गई है।
जिले के सभी खराब ट्रांसफार्मर को बदलकर सक्रिय करें-सांसद
राज्यमंत्री श्री पटेल की उपस्थिति में विद्युत कम्पनी, खाद्य, कृषि विभाग की समीक्षा
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल और सांसद गणेश सिंह की विशेष उपस्थिति में गुरूवार को विद्युत वितरण कम्पनी, कृषि एवं वेयरिंग हाउस के अधिकारियों की बैठक में जिले में अल्पवर्षा से प्रभावित हो रही खरीफ फसलों के संबंध में चर्चा की गई। सांसद श्री सिंह ने कहा कि जिले के किसानों को खेतों की सिंचाई और घरेलू उपभोक्ताओं को इस सीजन में पर्याप्त निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराये। जिले के सभी खराब और जले हुए ट्रांसफार्मर अभियान स्वरूप बदले जाये। उपभोक्ताओं की विद्युत बिल और विद्युत आपूर्ति की समस्यायें वितरण केन्द्रवार शिविर लगाकर निराकृत की जाये। इस अवसर पर विधायक नागेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह, सिद्धार्थ कुशवाहा, कल्पना वर्मा, कलेक्टर अनुराग वर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े, अपर कलेक्टर ऋषि पवार, आयुक्त नगर निगम अभिषेक गहलोत, अधीक्षणयंत्री जीडी त्रिपाठी सहित संबंधित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
विद्युत वितरण कम्पनी के कार्यों की समीक्षा में अधीक्षणयंत्री जीडी त्रिपाठी ने बताया कि जिले में कुल 24 हजार ट्रांसफार्मर है। इस वर्ष 1324 ट्रांसफार्मर जले हैं। जिनमें 1068 ट्रांसफार्मर बदल दिये गये हैं। 72 ट्रांसफार्मर और बदलने योग्य हैं। सतना जिले में कुल 410 फीडर है। जिनमें 50 फीडर सेपरेशन हुए हैं। आरडीडीएस योजना में 240 फीडर सेपरेशन का कार्य लिया गया है। एजेंसी अशोका बिल्डिकान इस कार्य को 24 माह में पूरा करेगी। सांसद श्री सिंह ने कहा कि जिले में निर्णय का प्रस्ताव एमडी को भेजा जाये कि लिजिबल और इलिजिबल सभी तरह के ट्रांसफार्मर अवर्षा की स्थिति को देखते हुए बदले जायें।
उपसंचालक कृषि मनोज कश्यप ने बताया कि चालू वर्षा काल में जिले में 390 एमएम वर्षा हुई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 503 एमएम वर्षा हो चुकी थी। खरीफ मौसम में क्षेत्राच्छादन के लक्ष्य 3 लाख 35 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध अब तक 3 लाख 20 हजार हेक्टेयर में बोनी पूरी कर ली गई है। जो कि 95.52 प्रतिशत है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिये गये थे। फिर भी जिले में मिलेट अनाजों की बोनी का रकबा बढ़ा नहीं है। उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिले में निर्धारित लक्ष्य 59467 में टन खाद भण्डारण के विरूद्ध 65382 में टन खाद का भण्डारण है। जिले में 2 लाख 26 हजार 826 किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि मिल रही है।
खाद्य आपूर्ति निगम के वेयर हाउसिंग प्रबंधक ने बताया कि जिले में 29 शासकीय गोदाम सहित सभी सेक्टरों के कुल 177 गोदाम है। जिनकी भण्डारण क्षमता 8 लाख 37 हजार 871 एमटी है। फिलहाल गोदामों में 2 लाख 45 हजार 70 एमटी की क्षमता भरे है। जिले में वर्तमान स्थिति में बन रहे निजी सेक्टर में वेयर हाउसिंग का कोई स्कोप नहीं है। शासकीय गोदामों की क्षमता 50118 एमटी और निजी सेक्टर की 6 लाख 95 हजार एमटी उपलब्ध है।