Saturday , April 27 2024
Breaking News

Satna: शिक्षा को मानव जीवन के मूल्यों पर आधारित होना चाहिए-डॉ मोहन यादव


शहीद पद्मधर सिंह शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि शिक्षा को मानव जीवन के मूल्यों पर आधारित होना चाहिए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसी मूल तत्व को शिक्षा से जोड़ा गया है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव शनिवार को सतना में शहीद पदमधर सिंह शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद सतना गणेश सिंह ने की इस अवसर पर विधायक ।सिद्धार्थ कुशवाहा, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विजय यादव, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, अतिरिक्त संचालक रीवा डॉ0 जे पी पांडे, प्राचार्य डॉ आर एस गुप्ता भी उपस्थित थें। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही गुरुकुल की शिक्षा परंपरा रही है। हमारी शिक्षा चरित्र और संस्कार से जुड़ी थी शून्य, दशमलव, अक्षांश और देशांश की खोज हमारे देश की देन है। लेकिन हमारी शिक्षा पद्धति में इसका कहीं उल्लेख नहीं रहा। आजादी के पूर्व आक्रांताओं ने सबसे पहले हमारी शिक्षा पद्धति पर प्रहार किया और गुरुकुल से हटाकर स्कूल पद्धति लाए। शिक्षा को नौकरी लायक डिग्री से जोड़ा और बेरोजगारों की लंबी पंक्ति तैयार कर दी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ यादव ने कहा कि शिक्षा में हमारे संस्कार, चरित्र गौरवशाली इतिहास और कौशल की दक्षता के मूल तत्वों को जोड़ने की जरूरत है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में इन सब मूल तत्वों को समाहित कर हमारे देश के विद्वानों ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की है। जिसे सबसे पहले मध्यप्रदेश में लागू किया गया है। उन्होंने प्राचार्य और जनभागीदारी समिति से कहा कि अपने महाविद्यालय में स्थानीय एवं वर्तमान आवश्यकताओं के टूरिज्म और माइनिंग जैसे कोर्स संचालित करें। निशुल्क कोचिंग क्लास और 20 किलोमीटर के दायरे से आने वाले बच्चों को बस सुविधा भी संचालित कर सकते हैं। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अमृत महोत्सव के अवसर पर अपने महाविद्यालय के भविष्य की जरूरतों का पूरा प्लान बनाकर भेजें । जनभागीदारी समिति के माध्यम से उपलब्ध राशि का उपयोग अपने महाविद्यालय को आत्मनिर्भर बनाने में करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद गणेश सिंह ने कहा कि प्रदेश में तहसील स्तर पर भी महाविद्यालय खोलकर राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा का लोकव्यापीकरण किया है। सतना जिले में शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है। तहसील स्तरों पर महाविद्यालय होने के बावजूद इस महाविद्यालय में 14 हजार से अधिक छात्र शिक्षा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासकीय महाविद्यालय की सभी मूलभूत जरूरतें पूरी की जा रही हैं। विश्व बैंक परियोजना की सहायता से निर्मित नवीन भवन का लोकार्पण हुआ है। शेष अधोसंरचना में व्यवस्थित रूप से बाउंड्रीवाल का होना जरूरी है। सांसद श्री सिंह ने जनभागीदारी समिति और प्राचार्य को सलाह दी कि महाविद्यालय के पुरा छात्र और बच्चों के अभिभावकों का सम्मेलन बुलाकर उन्हें भी महाविद्यालय के विकास से जोड़ें। संासद में वृक्षारोपण और स्वयं सेवाभाव तथा लाडली लक्ष्मी वाटिका के सफल संधारण के लिए एनएसएस प्रभारी प्रो0 क्रांति मिश्रा की सार्वजनिक रूप से सराहना की। सांसद ने कहा कि अतिथि विद्वानों को मिलने वाले पारिश्रमिक में समानता होनी चाहिए।
विधायक सतना सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि प्राइवेट जगत में शिक्षा व्यापार का माध्यम बन चुका है। अधोसंरचना के आकर्षण से बच्चों को अपने संस्थान में दाखिला दिलाते हैं। जबकि शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई करना स्टेट सिंबल हुआ करता था। उन्होंने कहा कि छात्र संख्या के मान से महाविद्यालय की मूलभूत सुविधाएं कम है। महाविद्यालय को एक बड़ी संरचना देने की जरूरत है और महाविद्यालय में एक हजार सीट का एक ऑडिटोरियम भी बनाया जाए। जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद यादव ने कहा कि महाविद्यालय के नवीन भवन मिल जाने से अब सभी कक्षाएं एक ही पाली में लग सकेगी। उन्होंने कॉलेज की बाउंड्रीवॉल और नवीन भवन तक पक्की सड़क बनाने की मांग की। पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी ने कहा कि सतना शहर में एक मात्र शासकीय महाविद्यालय और कन्या महाविद्यालय में छात्र संख्या की अधिकता को देखते हुए एक-एक महाविद्यालय और खोला जाए। प्राचार्य डा0 आर एस गुप्ता ने कहा कि महाविद्यालय की स्थापना 1958 में हुई यह कॉलेज 54 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। 15 स्नातकोत्तर और 13 स्नातक कोर्स इस महाविद्यालय में चल रहे हैं। जिनमें 14 हजार विद्यार्थियों का प्रवेश होता है। तीन संकाओं में साढे 4-4 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। गत 5 वर्षों में महाविद्यालय का उत्तरोत्तर विकास हुआ है। सन 2020 में सर्वाधिक ग्रांट सात करोड़ 48 लाख रुपए मिली थी। विश्व बैंक परियोजना से भी सांसद सतना के प्रयास से नवीन भवन के लिए और सीएसआर मद से 2 करोड़ 60 लाख इनडोर स्टेडियम के लिए मिली है। खनिज मद से भी 50 लाख रुपए दिए गए हैं। जनभागीदारी समिति के पास 2 करोड़ की स्वयं की निधि भी है

शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रयोगशाला भवन और नवीन छात्रावास का लोकार्पण

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने शनिवार को सतना के शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व बैंक परियोजना द्वारा पोषित 4 करोड 19 लाख रुपए से नवनिर्मित छात्रावास भवन और प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद गणेश सिंह ने की इस मौके पर विधायक सतना सिद्धार्थ कुशवाहा, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पं0 भगवती प्रसाद पांडे, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, पूर्व महापौर ममता पांडे, विनोद यादव, विजय तिवारी, प्राचार्य नीलम रिछारिया भी उपस्थित रहे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि दुनिया में भारत ही एक मात्र देश है जो मातृ सत्ता को गौरव और गरिमा के साथ स्थापित करता है। भारतीय कुटुंब और परिवार की विशेषता है कि एक परिवार में सभी सदस्य सामूहिक भाव से लेकर साथ चलने की परंपरा का निर्वाह करते हैं। इसलिए हम भारतवासी दुनिया में प्रगति करते हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हमारी वैभवशाली परंपरा में वैभवशाली इतिहास का परिचय कराते विविध विषयों को समाहित किया गया है ताकि नई शिक्षा नीति शिक्षा को मंदिर बनाए और शिक्षा व्यवहारिक रूप से फलदाई हो।
सांसद गणेश सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुआ है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। सांसद ने कहा कि बेटियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अनेक लोक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में महाविद्यालय का रिजल्ट 98 प्रतिशत आना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने अतिथि विद्वानों की मेहनत की सराहना की। सांसद ने कहा कि पदों की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने जनभागीदारी समिति को शहर के गणमान्य नागरिकों को कॉलेज के विकास से जोड़ने और केंपस को खेल ग्राउंड और सुसज्जित गेट लगाकर विकसित कर रुचिकर बनाने की सलाह दी। विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों के इतिहास में कन्या शासकीय महाविद्यालय का 50 सीटर छात्रावास पहला होगा कॉलेज की छात्र संख्या के अनुरूप इसे बढ़ाने की जरूरत है। प्राचार्य नीलम रिछारिया ने कॉलेज का प्रतिवेदन प्रस्तुत कर बताया कि 30 छात्राओं के साथ 1983 में शुरुआत हुई थी। वर्तमान में अध्ययनरत छात्राओं की संख्या 10 हजार से अधिक है

मैहर में अनुसूचित जाति, जनजाति छात्रावास का लोकार्पण

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने शनिवार को मैहर में शासकीय विवेकानंद महाविद्यालय मैहर परिसर में नवनिर्मित अनुसूचित जाति, जनजाति छात्रावास का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद गणेश सिंह ने की। इस अवसर पर कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आसुतोष गुप्ता, जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा, श्रीकांत चतुर्वेदी, प्राचार्य डा0 अरूण कुमार गौतम भी उपस्थित रहे। शासकीय विवेकानंद महाविद्यालय परिसर मैहर में 1 करोड 47 लाख रूप्ये लागत से अनुसूचित जाति, जनजाति छात्रावास का निर्माण किया गया है।

About rishi pandit

Check Also

Rewa: अमेठी में ट्रैक्टर ट्राली पलटी, रीवा निवासी चालक समेत दो की मौत

रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ गौरीगंज-मुसाफिरखाना मार्ग पर बृहस्पतिवार को ईंट लेकर जा रही ट्रैक्टर ट्राली चंदौकी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *