उमरिया, भास्कर हिंदी न्यूज़/ एक व्यक्ति पर जब बाघ ने हमला किया तो उसकी पत्नी अपनी जान की परवाह किए बिना अपने पति की जान बचाने के लिए बाघ के सामने खड़ी हो गई। उस महिला ने बाघ को हांक कर भगा दिया। इस तरह पत्नी ने पति को बाघ के सामने से उसे मौत के मुह से खींच लाई। इसके बाद बाघ को उलटे पैर वापस जंगल में लौटना पड़ा। यह घटना उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अंतर्गत ग्राम दमना की है।
बकरी चराकर लौट रहा था आदिवासी
जानकारी के अनुसार 62 वर्षीय रामशरण बैगा पिता नथाई बैगा निवासी ग्राम बरखेड़ा पहारिहा हार बीट दमना अपने मवेशी एवं बकरियों को गांव के समीप से चराकर लौट रहे थे। उसी वक्त बाघ ने अचानक आकर उनपर हमला कर दिया। किसी कदर सूझबूझ से बाघ से संघर्ष करते हुए रामचरण ने अपनी जान बचाने के लिए आसपास लोगों को गुहार लगाई। वहीं पास में ही रामचरण की पत्नी धान का रोपा लगाने का कार्य कर रही थी, जिसने अपने पति की आवाज सुनते ही दौड़ लगा दी और अपनी जान की बाजी लगाकर पति की जान बचाई। रामचरण की पत्नी मुन्नी बाई अपने पति के सामने खड़ी हो गई और बाघ को हांकने लगी। पीछे से कुछ और लोग भी पहुंच गए, परिणाम स्वरूप बाघ वहां से वापस लौट गया। हालांकि इस घटना में रामचरण को मामूली चोट आई है।
अस्पताल में चल रहा इलाज
खबर लगते ही मानपुर परीक्षेत के वन रक्षक भाई लाल सिंह एवं सहयोगी छोटू सिंह वन पहरी घटनास्थल पर पहुंच गए। इसके बाद लोगों के सहयोग से घायल रामचरण को मानपुर समुदायिक भवन में लाकर भर्ती करा दिया गया, जहां उनका समुचित उपचार जारी है। जिसमें मौके से सूचना लगते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं ओबीसी महासभा के जिला अध्यक्ष बालक दास पटेल ने पहुंचकर हाल समाचार जाना एवं उचित उपचार करने का निर्देश दिए।