सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा द्वारा जिले के समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को जारी आदेश में कहा गया है कि सतना जिला अन्तर्गत 1 सितम्बर 2019 से 31 मार्च 2023 के मध्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों के 135 पेंशन प्रकरण निराकरण हेतु अभी भी लंवित है। जबकि इसके लिए पूर्व में 3 दिवसीय शिविर भी आयोजित किये गये थे तथा पेंशन प्रकरण तैयार किए जाने हेतु प्थ्डप्ै अन्तर्गत प्रशिक्षण भी दिया गया था। यह कार्य 30 जून 2023 तक पूर्ण किया जाना था। परंतु कार्य में प्रगति नहीं हुई है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि अपने कार्यालय के पेंशन प्रकरण से संबंधित कर्मचारी को जानकारी के साथ 7 जुलाई 2023 को जिला पेंशन कार्यालय सतना में 2 बजे तक कार्यालय मे लंबित पेंशन प्रकरणो की बिन्दुबार जानकारी सहित उपस्थित कराना सुनिश्चित करावे। ताकि पेंशन प्रकरणों का निकारण किया जा सके तथा यह जानकारी भी प्राप्त की जा सके कि प्रकरणों की पेंशन क्यों निराकृत नहीं की गई है। साथ ही कार्यालयों मे लंबित 31 मार्च 2023 के पूर्व के प्रकरणों के साथ आगामी माहो के पेंशन प्रकरण भी त्वरित गति से तैयार कर जिला पेंशन कार्यालय सतना में 7 दिवस के अन्दर प्रस्तुत करें अन्यथा संबंधित के विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जावेगी।
दृष्टिबाधित 4 छात्रों को कलेक्टर ने किया लेपटॉप का वितरण
मुख्यमंत्री निःशक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना अन्तर्गत निःशक्त दृष्टिबाधित 4 छात्रों को कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कलेक्टर कक्ष में लेपटॉप का वितरण किया। इन छात्रों में शिक्षक कॉलोनी उचेहरा वार्ड नं. 2 निवासी ओमकार नामदेव, जनपद पंचायत नागौद के वार्ड क्रमांक 5 नागौद निवासी गुड्डू कोरी, देवेन्द्र नगर जिला पन्ना निवासी बृजेन्द्र साहू तथा तहसील मझगवां अन्तर्गत ग्राम भौंठा निवासी सूरज यादव शामिल है। इस मौके पर उप संचालक सामाजिक न्याय सौरभ सिंह भी उपस्थित रहे।
जिला सलाहकार समिति की बैठक 8 जुलाई को
गर्भधारण पूर्व निदान तकनीकी (पीसी एण्ड पीएनडीटी) के तहत जिला सलाहकार समिति की बैठक 8 जुलाई को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में दोपहर 12 बजे से आयोजित की गई है।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से छोटे दुकानदारों को 10-20-50 हजार के लोन की सुविधा
केन्द्र प्रवर्तित प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में शहरों में सड़कों के किनारे छोटे-मोटे काम धंधे करने वालों को बिना किसी गारंटी के 10 हजार रूपए की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जाती है। प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में लाभ लेने के लिए प्रत्येक हितग्राही को डिजिटल ट्रांजेक्शन से जोड़ने के लिए यूपीआई-आईईडी और यूआर कोड उपलब्ध कराया गया है। डिजिटल ट्रांजेक्शन पर प्रतिवर्ष 1200 रूपए की अतिरिक्त राशि दी जाती है। अगर हितग्राही द्वारा समय पर ऋण चुका दिया जाता है तो उसे वर्ष में 20 हजार रूपए की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जाती है। जैसे-जैसे स्ट्रीड वेंडर अपना कार्य आगे बढ़ायेंगे वैसे ही उनको मदद बढ़ती जाएगी और वे आत्म निर्भर होते चले जाएंगे। चाय-पान की दुकान, चाट, मूंगफली बेचने, पंचर बनाने, जूते सुधरवाने, सैलून चलाने या झाडू बेचने आदि का कार्य करने वाले कई नागरिकों को योजना में लाभांवित किया जा चुका है।
अब स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल से आनलाइन बनवा सकेंगे आयुष्मान कार्ड
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पोर्टललिंक https:@@bis.pmjay.gov.in@BIS@selfprintCard के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बना सकते है। इस लिंक पर जाकर सर्वप्रथम आपको आधार का ऑप्शन चुनना है। आधार का ऑप्शन चुनने के बाद उसमें स्कीम पर PMJAY (पीएमजेएवाई) चयन कर, राज्य का चयन करे (मध्यप्रदेश चुनेंगे) तदुपरांत अपना आधार नंबर डालेंगे। आधार नंबर डालने के बाद जिस मोबाइल नंबर से आधार लिंक है उस पर ओटीपी आएगा और उस ओटीपी को पोर्टल पर दर्ज कर देंगे आपका आयुष्मान कार्ड बन जाएगा। अगर उपरोक्त पोर्टल पर आपका नाम दर्ज नहीं है तो ऐसी स्थिति मे आप नजदीकी सीएससी सेंटर या लोक सेवा केन्द्र में जाकर संपर्क कर सकते है।