सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़ / सेंट्रल जेल से पैरोल पर छूट कर अपने-अपने घर जा रहे 4 बंदियों और उनके परिजनों पर दर्जनों बदमाशों ने हमला कर दिया। बदमाशों ने बंदियों के साथ ही उन्हें लेने आए परिजनों के साथ भी मारपीट कर पत्थर फेंके और तोड़फोड़ कर गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना में 7 लोगों को चोट आई हैं। कोलगवां पुलिस ने तफ्तीश और आरोपियों की पहचान की कार्यवाही शुरु कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, सेंट्रल जेल सतना में सजा काट रहे मामा-भांजे समेत 4 बंदियों रघुनाथदीन पटेल, धर्मेंद्र पटेल निवासी अमरपाटन, भोला बडोरिया निवासी मैहर और अजय पांडेय निवासी बाणसागर कॉलोनी देवलोंद शहडोल के ऊपर शुक्रवार को दर्जनों बदमाशों ने हमला कर दिया। ये सभी बंदी 15 दिन की पैरोल पर जेल से छूटे थे। हमले के वक्त ये जेल से निकल कर अपने घर जा रहे थे। इन्हें लेने उनके परिजन भी आए थे। लिहाजा जब हमला हुआ तो बंदियों के साथ उनके परिजन भी बदमाशों के निशाने पर आ गए।
हाथों में लाठी-डंडे, रॉड, चाकू लेकर पहुंचे हमलावरों ने बीच सड़क पर लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इतना ही नहीं उन्होंने पथराव भी किया और स्कार्पियों व डस्टर गाड़ी को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। हमलावरों ने अपने मुंह बांध रखे थे लेकिन उपद्रव के दौरान कुछ के चेहरे बेनकाब हो गए और उन्हें पहचान लिया गया। इस घटना में बंदी रघुनाथ दीन पटेल निवासी अमरपाटन, कैलाश पटेल पिता नरेंद्र पटेल निवासी खजुरी इटमा अमरपाटन,नीरज पटेल,शिवम पटेल,सुनील पटेल पिता स्व रामचरण पटेल निवासी खजुरी इटमा समेत 7 लोग घायल हुए हैं।
जेल से पेरोल पर छूटे बंदियों और उनके परिजनों के साथ हुई मारपीट के बाद लोगों ने कोलगवां थाना में हंगामा कर दिया। इस बीच एक बंदी के घायल परिजन ने थाने में ही जहर पी लिया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
सेंट्रल जेल सतना से 15 दिन की पैरोल पर छूटे रघुनाथ दीन पटेल और धर्मेंद्र पटेल निवासी इटमा खजुरी अमरपाटन को लेने आए लोगों के साथ हुई मारपीट के बाद शुक्रवार की शाम कोलगवां थाना में हंगामा हो गया। जेल से निकले रघुनाथ और धर्मेंद्र को लेने आए उनके घायल परिजन एमएलसी कराकर अस्पताल से लौटे तो आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर शोरगुल शुरू कर दिया।
थाना में चल रहे हंगामे के बीच कैलाश पटेल नाम के एक घायल ने हरे रंग की एक डिब्बी निकाली और हाथ में लहराते हुए धमकाने लगा। उसने कहा, हमारी सुनवाई नहीं हो रही। हमारे साथ मारपीट करने वाले पकड़े नहीं गए। इससे परेशान होकर वह जहर पी लेगा। इस दौरान उसके आसपास परिजन और कुछ पुलिस कर्मी भी मौजूद थे।तभी उसने डिब्बी का ढक्कन खोल कर तरल पदार्थ पी लिया। जैसे ही पुलिस कर्मियों को इसकी जानकारी मिली वे उसे तत्काल जिला अस्पताल ले आए। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
कैलाश पटेल के साथ अस्पताल पहुंचे शुभम पटेल निवासी छैरहा ने बताया कि दोपहर में वह भी कैलाश वगैरह के साथ रघुवर दीन और धर्मेंद्र को लेने सेंट्रल जेल आया था। जेल से निकलते ही हनी सरदार ने 40-50 लोगों के साथ उनसे बेवजह मारपीट की और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई से कैलाश पटेल नाखुश था।