जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में हुआ प्रशिक्षण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के लिए उपयोग में आने वाली ईवीएम वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जॉंच (एफएलसी) का कार्य 10 जून से कलेक्ट्रेट के पीछे ईवीएम वेयर हाउस में चाक चौबद सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू होगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में गुरूवार को एफएलसी कार्य में संलग्न अधिकारियों, कर्मचारियों को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र सिंह, मास्टर ट्रेनर डॉ. बीके गुप्ता, संजय गुप्ता, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्विनी जायसवाल भी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि चुनाव का महत्वपूर्ण हिस्सा ईवीएम मशीन होती है। ईवीएम ठीक तरह से काम करे तो चुनाव की प्रक्रिया आसान होती है। ईवीएम मशीनें बेहतर काम करे इसके लिये एफएलसी का कार्य महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी गंभीरता और परिपक्वता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें और एफएलसी कार्य सम्पादित करें। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन के दिशा-निर्देशों के अनुसार ईवीएम एफएलसी का कार्य 10 जून को प्रातः 9 बजे से शुरू होगा और कार्य खत्म होने तक लगातार चलेगा। प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से सायं 7 बजे तक कार्य चलेगा। इस दौरान मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। कार्य स्थल पर किसी को भी मोबाइल ले जाने या उपयोग करने पर सख्त पाबंदी रहेगी। बिना वैध परिचय पत्र के प्रवेश निषेध रहेगा। एफएलसी कार्यस्थल चाक चौबद सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगा। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सम्पूर्ण एफएलसी प्रक्रिया की कार्यवाही बड़ी टीवी स्क्रीन में दिखाई जायेगी। इसके अलावा कार्यस्थल की कार्यवाही वेव कास्टिंग के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल और निर्वाचन आयुक्त कार्यालय नई दिल्ली के यहॉं लाइव देखी जायेगी। कैमरा, मोबाइल, स्पाई कैमरा अन्य डिवाइस प्रतिबंधित रहेगी।
मास्टर ट्रेनर डॉ. बीके गुप्ता और ईवीएम टेक्नीकल एक्सपर्ट संजय गुप्ता ने ईवीएम और वीवी पैट मशीनों की एफएलसी के विभिन्न चरणों की जानकारी में बताया कि सर्वप्रथम मशीनों की क्लीनिग होगी फिर दृश्यात्मक जॉच, पूर्ण क्रियात्मक जॉंच लोडिंग आफ सिंबल के बाद माकपोल और एफएलसी ओके का स्टिकर लगाने के बाद बेल के इंजीनियर्स ईएमएस पर एफएलसी डाटा अपलोड करेंगे और मशीनें हायर माक पोल के बाद तैयार मानी जायेगी। उन्होंने बताया कि वीवीपैट में 16 सिम्बल लोड किये जायेंगे। जिसमें माक पोल के दौरान सभी 16 सिम्बल के उम्मीदवारों को 6-6 वोट डालकर 96 वोट से माक पोल किया जायेगा। हायर माकपोल में एकसीयू को 4 बीयू से जोड़कर 64 वोट डाले जायेंगे। इसी प्रकार 1 प्रतिशत ईवीएम में 1200 वोट 2 प्रतिशत ईवीएम में 1 हजार वोट और 2 प्रतिशत ईवीएम में 500 वोट डालकर माकपोल किया जायेगा। इस बार ईवीएम के माकपोल में वीवीपैट से निकली पर्चियॉं उसी दिन नष्ट कर दी जायेगी।
अब एम-3 सीयू में 24 वैलेट यूनिट हो सकेगी कनेक्ट
भारत निर्वाचन आयोग के नवीनतम दिशा-निर्देशों और ईवीएम मशीनों के बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि पहले की एम-2 प्रकार की सीयू (कन्ट्रोल यूनिट) में अधिकतम 4 वैलेट यूनिट कनेक्ट की जा सकती थी। लेकिन अब मोडीफाई एम-3 प्रकार की ईवीएम की सीयू में 24 वैलेट यूनिट कनेक्ट की जा सकेगी। इस प्रकार 284 कैण्डीडेट होने पर केवल एक सीयू ही उपयोग की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा आम चुनाव के मामले में 180 दिवस और विधानसभा चुनावों में न्यूनतम 120 दिवस पूर्व से ईवीएम की एफएलसी कराई जाती है। एफएलसी के दौरान बेल कम्पनी के इंजीनियरों द्वारा मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की उपस्थिति में एफएलसी के समय मशीनों को जॉंच परख कर तैयार किया जाता है और खराब, असुधार योग्य मशीनों को अलग किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस बार ईवीएम की सीयू में मोडीफाइड पिंक पेपर सील लगाई जायेगी। जो दो भागों में रहेगी लेकिन दोनों का क्रमांक एक ही होगा।