World brain tumor day 2023 know what is brain tumor take these symptoms seriously: digi desk/BHN/मुंबई/ ब्रेन ट्यूमर की समस्या किसी भी आयु में हो सकती है। यदि ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को समय रहते पहचाना नहीं गया तो यह समस्या और अधिक घातक हो सकती है। दरअसल ब्रेन ट्यूमर हमारे मस्तिष्क की नसों को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे शरीर में अन्य गंभीर समस्याएं जन्म ले सकती हैं। ब्रेन ट्यूमर को लेकर कुछ खास जानकारी दे रहे हैं कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, इंदौर के लीड कंसल्टेंट, न्यूरोसर्जरी डॉ. प्रणव घोड़गावकर –
ब्रेन ट्यूमर के प्रकार
मस्तिष्क में बढ़ने वाली एब्नार्मल सेल्स को ही ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन ट्यूमर दो तरह के होते हैं, पहला जिनमें कैंसर का खतरा होता है और दूसरा जिसमें कैंसर के सेल्स न के बराबर पाए जाते हैं। मस्तिष्क में बन रहे यह ट्यूमर कई बार इतनी तेजी से बढ़ते हैं कि उनका तुरंत इलाज कराना जरूरी हो जाता है। हालांकि कई ऐसे ट्यूमर भी होते हैं जो दिमाग के छोटे हिस्से में मौजूद होते हैं और जल्दी नहीं बढ़ते। इन ट्यूमर के बढ़ने से ये नर्व सिस्टम की किसी नस को दबाने लगते हैं तो शरीर की एक्टिविटी पर असर पड़ता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
ब्रेन ट्यूमर के शुरूआती लक्षणों को लोग केवल सिरदर्द से जोड़कर देखते हैं। सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर का पहला लक्षण हो सकता है, लेकिन यदि सिरदर्द 2-3 हफ्ते तक लगातार बना रहे तो तुरंत चेकअप करवा लेना चाहिए। इसके अलावा व्यक्ति को लगातार सिरदर्द के साथ उल्टी हो रही हो तो यह भी लक्षण माना जा सकता है।
इसके अलावा ब्रेन ट्यूमर होने पर ज्यादातर लोगों को चक्कर आना, आंखें कमजोर होना, फिजिकल एक्टिविटी में दिक्कत, दौरे पड़ना और हाथ-पैर सुन्न हो प्रमुख लक्षण हैं।
ब्रेन ट्यूमर होने के कारण
ब्रेन ट्यूमर को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि यह अधिकांश लोगों में आनुवांशिक कारणों से ही होता है। अन्य कारणों में यदि किसी व्यक्ति ने किसी और तरह के कैंसर होने पर रेडियोथेरेपी ली हो तो उन्हें ब्रेन ट्यूमर होने का खतरा हो सकता है हालांकि इसका प्रतिशत सिर्फ 10 फीसदी ही होता है।
ब्रेन ट्यूमर का इलाज
भारत ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए आधुनिक तकनीकों के मामले में काफी उन्नत रहा है। भारत में ब्रेन ट्यूमर के लगभग 90 फीसदी सफल इलाज हो जाते हैं जिससे मरीज अपनी सामान्य जिंदगी में लौट सकते हैं। डॉ. प्रणव का मानना है कि किसी व्यक्ति को यदि ब्रेन ट्यूमर होने की आशंका है तो तुरंत ही चेकअप कराने से उन्हें सटीक इलाज मिल सकता है ।
कई बार यह भी देखा गया है किसी छोटे ट्यूमर होने पर दवाओं के द्वारा उन्हें ठीक किया जा सकता है लेकिन यह सिर्फ उस स्थिति में संभव हो सकता है जब वह ट्यूमर नॉन- कैंसर पाया गया हो। अधिकतर ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए सर्जरी ही विकल्प होती है। सही इलाज के लिए मरीज को ऐसे अस्पताल का चुनाव करना चाहिए, जहां फुल टाईम स्पेशल्टी की सुविधा दी गई हो।