‘छायाकार’ सजल गुप्ता के कैमरे की नजर से देखिये, कलेक्टर अनुराग वर्मा की होली बच्चों के संग
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर बंगले में शुक्रवार की सुबह कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए खुशियों के नए रंग लेकर आई होली। कलेक्टर सपरिवार जिले भर के इन बच्चों के मेजबान बने और अपने निवास में इन बाल मेहमानो की खूब आव-भगत की। कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा के साथ उनके विशेष रूप से बाल सुलभ साज-सज्जा युक्त कलेक्टर बंगले मे जिले भर से आये मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के 35 और मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के 37 बच्चों ने आत्मीयतापूर्वक होली मनाई। रंग-गुलाल के साथ मस्ती की। बच्चों ने फिसल पट्टी, झूले और डीजे डांस का मजा लिया। बच्चे जब वापस लौटे तो उनके हाथों में गिफ्ट और चेहरों पर खुशी भरी मनमोहक मुस्कान नजर आई।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने कलेक्टर अनुराग वर्मा की विशेष पहल पर शुक्रवार को कलेक्टर बंगले में बाल रंग ‘बच्चों के संग होली मिलन’ का आयोजन किया गया था। यह आयोजन कोरोना काल मे अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए खुशियां बांटने का था। कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा, उनकी पत्नी नेहा चौधरी वर्मा और उनकी नन्ही बेटियों ने इन बच्चों पर पुष्प वर्षा कर गुलाल लगाया और आत्मीयता से होली खेल कर अपनेपन का एहसास दिलाया। कलेक्टर निवास में पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, सीईओ जिला पंचायत डा परीक्षित झाड़े. महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह और उनकी टीम, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष राधा मिश्रा और समिति की सदस्य टीम मातृछाया और चाईल्ड लाईन, वनस्टाप सेंटर की टीम भी बच्चों को खुशियां बांटने में सहभागी बनी।
बाल रंग के अवसर पर मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत बच्चों को स्वीकृति प्रमाण पत्र वितरित किये गए। बच्चों के लिए कलेक्टर बंगले में पॉपकॉर्न, बुढ़िया के बाल, पानी-पूरी और नाश्ते का भी इंतजाम था। बच्चों ने झूलों पर भी खूब मस्ती की। इस दौरान बच्चों के साथ कलेक्टर और उनकी पत्नी ने तस्वीरें भी खिंचवाईं। बच्चों के मनोरंजन के लिए सतना के प्रसिद्व जादूगर ललित विश्वकर्मा ने कई हैरत अंगेज जादू प्रदर्शन किए। कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने बताया कि महामारी ने इन बच्चों के परिजन इनसे भले ही छीन लिए हों लेकिन शासन और प्रशासन इनके अभिभावक की भूमिका निभाने में कोई कसर नही छोड़ेगा। उनकी देख रेख, शिक्षा-दीक्षा का प्रबंध किया गया है। त्यौहारों पर खुशियां भी इनके साथ बांटने में पीछे नही हटेगा। बच्चों के चेहरों पर खुशी देखकर मन आनंदित होता है। लगता है कि जीवन मे कुछ अच्छा किया। जिला प्रशासन द्वारा इसके पूर्व गत वर्ष भी इन बच्चों के साथ होली और दीपावली की खुशियां बांटी गई थीं। हमारी कोशिश है कि हर त्यौहार इन बच्चों के साथ मनाए जाए।